दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने सोशल साइट पर बच्चों की पोर्न वीडियो शेयर करने और उसे देखने के मामले में कार्रवाई करते हुए 61 वर्षीय एक बुजुर्ग सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। अलग-अलग स्थानों से दबोचे गए आरोपितों की पहचान संजू राठौड़ (जहांगीरपुरी, 25), अमित मंडल (बिजवासन, 24), नरेंद्र कुमार (बदरपुर, 22), रेवती नंद आनंद (टैगोर गार्डन, 34), सुदामा राम (कोटला मुबारकपुर, 29) और लोकराज यजुर्वेदी (पीतमपुरा, 61) के रुप में हुई है।
पुलिस ने उनके पास से मोबाइल फोन और लैपटाप इत्यादि बरामद किए हैं। एक दिन की रिमांड पर लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस अधिकारी का कहना कि आरोपित फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोर्न वीडियो शेयर किया करते थे।
आरोपितों में छात्र भी शामिल
साइबर क्राइम ब्रांच के डीसीपी अन्येष के अनुसार, आरोपितों ने बताया कि उन्हें नाबालिगों के अश्लील वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से प्राप्त हुए थे। नरेंद्र एक कॉलेज में इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष का का छात्र है। जबकि बजुर्ग लोकराज पहले रेडक्रॉस में काम करता था। अन्य आरोपित संजू आजादपुर सब्जी मंडी में मजदूरी, अमित गुरुग्राम में एक निजी कंपनी में नौकरी जबकि सुदामा एक कंपनी में कैशियर की नौकरी करता है। रवि नंदन टेलर है।
हरियाणा पोर्न देखने में अव्वल
साइबर क्राइम अधिकारियों के अनुसार, औसतन देश में हर 40 मिनट में एक पोर्न वीडियो बनाया जाता है। इस तरह के वीडियो इंटरनेट पर अपलोड करने के मामले में केरल अव्वल है। जबकि हरियाणा में मोबाइल पर सबसे ज्यादा इस तरह के वीडियो देखे जाते हैं। जितने पोर्न वीडियो अपलोड किए जाते हैं उनमें नाबालिग के ज्यादा होते हैं।
इन मामलों में पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ कारावास और लाखों रुपये जुर्माने हो सकता है। अधिकारियों ने सलाह दी है कि पोर्न वीडियो देखने, सर्च करने और फॉरवर्ड करने से बचें। यदि कोई वीडियो गलती से उनके पास आ भी जाता है तो उसे तुरंत डिलीट कर दें।