माइक्रोसॉफ्ट ने सेवाओं को बहाल करने के लिए सैकड़ों इंजीनियर्स और एक्सपर्ट्स को काम पर लगा दिया है। इस बात की जानकारी कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिये दी है। 19 जुलाई को हुए ग्लोबल आउटेज से दुनियाभर में 85 लाख विंडोज यूजर्स प्रभावित हुए थे। इसका असर भारत में भी बड़े स्तर पर देखा गया था लेकिन अब परेशानी काफी हद तक सही हो चुकी है।
शुक्रवार (19 जुलाई) को हुए ग्लोबल आउटेज के कारण अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। क्राउडस्ट्राइक अपडेट के कारण दुनियाभर के लाखों विंडोज यूजर्स को इससे परेशानी हुई, लेकिन अब चीजें काफी हद तक सामान्य हो चुकी हैं। इस आउटेज के कारण आईं परेशानियों को ठीक कर दिया गया है।
परेशानी दूर करने में जुटे इंजीनियर्स
अब अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने साइबर सिक्योरिटी पार्टनर क्राउडस्ट्राइक के कारण आई रुकावट के बाद अपने ग्राहकों की सेवाएं बहाल करने के लिए सैकड़ों इंजीनियरों और एक्सपर्ट्स को काम पर लगा दिया है। इस बात की जानकारी माइक्रोसॉफ्ट ने एक ब्लॉग पोस्ट में दी है।
लाखों यूजर्स हुए प्रभावित
माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, 19 जुलाई को क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण हुई आउटेज से दुनिया भर में 8.5 मिलियन डिवाइस प्रभावित हुए। माइक्रोसॉफ्ट ने 20 जुलाई को एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि ग्राहकों के साथ सीधे काम करने के लिए सैकड़ों माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियरों और एक्सपर्ट्स को तैनात किया जा रहा है, ताकि सेवाएं बहाल की जा सकें।
ग्लोबल आउटेज के कारण पूरी दुनियाभर के विंडोज यूजर्स प्रभावित हुए थे। यहां तक कि भारत में एयरलाइनों को भी रोक दिया। आउटेज ने दुनिया भर में बड़ी-बड़ी कंपनियों के कामकाज को प्रभावित कर दिया था। इस आउटेज के कारण एयरपोर्ट और एयरलाइन संचालन में काफी दिक्कतें आईं, इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा ने अपने नेटवर्क पर ऑनलाइन चेक-इन और बोर्डिंग प्रोसेसर में परेशानी के चलते उन्हें मैन्युअल मोड पर स्विच करना पड़ा।
जिसके कारण यात्रियों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा। तमाम यूजर्स ने आउटेज-ट्रैकिंग वेबसाइट डाउनडिटेक्टर पर आउटेज को रिपोर्ट किया। कई ने ‘ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ’ मैसेज के स्क्रीनशॉट एक्स पर शेयर किए।