सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में सवालों पर सवाल हो रहे हैं. नए अपडेट्स आ रहे हैं. ईडी-सीबीआई ने जांच तेज कर दी है. इस बीच, सुशांत के मेंटल हेल्थ थैरेपिस्ट सुसैन वॉकर मोफात पर बीजेपी नेता आशीष शेलार ने मिस कंडक्ट का आरोप लगाया है. थैरेपिस्ट के खिलाफ उन्होंने ईडी को एक चिट्ठी लिखी है.
आरोप ये लगा है कि सुसैन के बयान ने पुलिस जांच पर प्रभाव डाला. बता दें कि कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू में सुसैन ने सुशांत के मेंटल हेल्थ के बारे में बात की थी. शेलार ने आरोप लगाया है कि सुसैन वॉकर ने मीडिया में सुशांत सिंह राजपूत के मेंटल हेल्थ के बारे में कमेंट किया. इससे गोपनीयता का खत्म हुई जो कि मेंटल हेल्थ एक्ट 2017 का उल्लंघन है.
– शेलार का कहना है कि सुसैन वॉकर ने प्रोफेशनल एथिक्स किसके कहने पर या क्यों तोड़ा, इससे पुलिस जांच प्रभावित होने का डर है.
– मेंटल हेल्थ प्रैक्टिस करने के बावजूद ऐसी क्या मजबूरी थी कि सुसन वॉकर को गोपनीयता की शर्त तोड़नी पड़ी, क्योंकि ऐसी अफवाह है कि वो करोड़ों कमाती हैं और ऐसा करके उन्होंने अपने प्रोफेशन को प्रभावित किया है.
इसी के साथ शेलार ने थैरेपिस्ट के क्लिनिक का सीसीटीवी फुटेज भी जब्त करने की भी बात की है.
सुशांत की थैरेपिस्ट सुसैन वॉकर की सोशल मीडिया प्रोफाइल के मुताबिक, वो एक ब्रिटेन नागरिक हैं और मुंबई के बांद्रा वेस्ट में मेंटल हेल्थ प्रैक्टिस करती हैं.
इसी के साथ शेलार ने ये भी मांग की है कि पुलिस को तुरंत एक्शन लेते हुए इन बिंदुओं की भी जांच करनी चाहिए.
शेलार ने कहा है- सुसैन एक विदेशी नागरिक हैं, ऐसे कदम उठाने चाहिए कि वे जांच के लिए मुंबई में ही रहें. आगे की पूछताछ के लिए सुसैन को समन करना चाहिए. गोपनीयता की शर्त तोड़ने के लिए पुलिस को सुसैन के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए.
सुसैन वॉकर मुंबई में कैसे प्रैक्टिस कर रही हैं, क्या वे भारत में इसके लिए ऑथराइज हैं? उनका क्लिनिक एजेंसी और बीएमसी के साथ रजिस्टर है? क्या सुसैन वॉकर ने खुद को रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ इंडिया के साथ रजिस्टर करवाया है? या किसी भी ऐसी एजेंसी के साथ जो उन्हें भारत में मेंटल प्रैक्टिस की इजाजत देता हो?