बता दें कि देश में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें जिन बच्चों ने भी इस गेम को खेला उसने खुद को खत्म कर लिया या गंभीर रूप से घायल कर लिया। दरअसल, द ब्लू व्हेल किलर चैलेंज को रूस के सायकॉलजी के स्टूडेंट फिलिप बुदेकिन ने ईजाद किया था। उसे उसकी यूनिवर्सिटी से निकाल दिया गया था। वह कहता था कि वह इस गेम के जरिए सोसायटी को साफ करना चाहता है और ऐसे लोगों को मिटा देना चाहता है जो समाज के किसी काम नहीं आने वाले।
बाद में एक और 17 साल की रूसी लड़की को पकड़ा गया है जिसे इस गेम का मास्टरमाइंड बताया गया था। पहले यह लड़की इस खेल में भागीदारी करती थी। उस पर आरोप है कि उसने उन 50 चैलेंजों को बढ़ावा दिया है जिसमें इस गेम को खेलने वाले लोग खुद को नुकसान पहुंचाते हैं।