सीरिया में शांति बहाली के लिए रूस, तुर्की और ईरान के विदेश मंत्रियों ने संयुक्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यहाँ शांति के लिए बनाई गई उनकी योजना को भंग करने के किसी भी तरह के प्रयासों को सहन नहीं करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी, "हमने यह पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि हम शांति बहाली के लिए हमारे सहयोग को भंग करने के प्रयासों का सामना करेंगे."  रूस और ईरान दोनों ही सीरिया की बशर अल असद सरकार का समर्थन करते हैं, जबकि तुर्की सीरिया के सशस्त्र विपक्ष को अपनी सैन्य मदद देता है. इससे पहले इजरायली रक्षामंत्री एविगडोर लिबरमैन ने बीते 23 अप्रैल को कहा था कि अगर सीरिया उनकी वायुसेना के खिलाफ रूसी एस-300 मिसाइल का इस्तेमाल करता है तो इजरायल उसे पलट कर बड़ी कार्यवाही करेगा. और कहा "एक बात स्पष्ट है, अगर कोई हमारे विमानों को निशाना बनाता है तो हम उसे नेस्तनाबूद कर देंगे." बता दें कि दमिश्क के पास कथित रासायनिक हमले के बाद अमेरिका के नेतृत्व में सीरिया के कथित रासायनिक हथियार कारखानों पर हवाई हमले किए गए थे, जिसे लेकर दमिश्क, मॉस्को और तेहरान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. तीनों देशों के विदेश मंत्रियों मोहम्मद जवाद जरीफ अस्ताना, मेवुलत कावुसोग्लू और  सर्गेइ लावरोव शांति प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं. 

सीरिया पर पड़ी पुतिन की परछाई!

सीरिया में शांति बहाली के लिए रूस, तुर्की और ईरान के विदेश मंत्रियों ने संयुक्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यहाँ शांति के लिए बनाई गई उनकी योजना को भंग करने के किसी भी तरह के प्रयासों को सहन नहीं करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी, “हमने यह पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि हम शांति बहाली के लिए हमारे सहयोग को भंग करने के प्रयासों का सामना करेंगे.” सीरिया में शांति बहाली के लिए रूस, तुर्की और ईरान के विदेश मंत्रियों ने संयुक्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यहाँ शांति के लिए बनाई गई उनकी योजना को भंग करने के किसी भी तरह के प्रयासों को सहन नहीं करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी, "हमने यह पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि हम शांति बहाली के लिए हमारे सहयोग को भंग करने के प्रयासों का सामना करेंगे."   रूस और ईरान दोनों ही सीरिया की बशर अल असद सरकार का समर्थन करते हैं, जबकि तुर्की सीरिया के सशस्त्र विपक्ष को अपनी सैन्य मदद देता है. इससे पहले इजरायली रक्षामंत्री एविगडोर लिबरमैन ने बीते 23 अप्रैल को कहा था कि अगर सीरिया उनकी वायुसेना के खिलाफ रूसी एस-300 मिसाइल का इस्तेमाल करता है तो इजरायल उसे पलट कर बड़ी कार्यवाही करेगा. और कहा "एक बात स्पष्ट है, अगर कोई हमारे विमानों को निशाना बनाता है तो हम उसे नेस्तनाबूद कर देंगे."  बता दें कि दमिश्क के पास कथित रासायनिक हमले के बाद अमेरिका के नेतृत्व में सीरिया के कथित रासायनिक हथियार कारखानों पर हवाई हमले किए गए थे, जिसे लेकर दमिश्क, मॉस्को और तेहरान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. तीनों देशों के विदेश मंत्रियों मोहम्मद जवाद जरीफ अस्ताना, मेवुलत कावुसोग्लू और  सर्गेइ लावरोव शांति प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं. 

रूस और ईरान दोनों ही सीरिया की बशर अल असद सरकार का समर्थन करते हैं, जबकि तुर्की सीरिया के सशस्त्र विपक्ष को अपनी सैन्य मदद देता है. इससे पहले इजरायली रक्षामंत्री एविगडोर लिबरमैन ने बीते 23 अप्रैल को कहा था कि अगर सीरिया उनकी वायुसेना के खिलाफ रूसी एस-300 मिसाइल का इस्तेमाल करता है तो इजरायल उसे पलट कर बड़ी कार्यवाही करेगा. और कहा “एक बात स्पष्ट है, अगर कोई हमारे विमानों को निशाना बनाता है तो हम उसे नेस्तनाबूद कर देंगे.”

बता दें कि दमिश्क के पास कथित रासायनिक हमले के बाद अमेरिका के नेतृत्व में सीरिया के कथित रासायनिक हथियार कारखानों पर हवाई हमले किए गए थे, जिसे लेकर दमिश्क, मॉस्को और तेहरान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. तीनों देशों के विदेश मंत्रियों मोहम्मद जवाद जरीफ अस्ताना, मेवुलत कावुसोग्लू और  सर्गेइ लावरोव शांति प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं. 

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