केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर जितेंद्र कुमार ने आत्म हत्या कर ली है। राजधानी दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी एरिया में उनका निवास था। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार की ओर से मिले फ्लैट में जितेंद्र कुमार अकेले रहते थे जबकि उनका परिवार हिमाचल में रहता है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया?
घटना की सूचना मिलने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जितेंद्र का शव फ्लैट की बालकनी में बेल्ट के सहारे लटका पाया गया। पुलिस ने शव को नीचे उताकर उसे अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस को शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें लिखा गया है कि वे मानसिक तनाव और बीमारी से जूझ रहे थे और इससे निराश होकर यह कदम उठाया है। सुसाइड नोट में किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगाया है।
दरअसल, दिल्ली में शराब नीति घोटाले की जांच कर रही एसीबी ब्रांच में ही जितेंद्र कुमार लीगल एडवाइजर के पद पर तैनात थे। इस मामले में एसीबी ने जितेंद्र कुमार को ही सब डायरेक्टर ऑफ प्रोसिकुशन बनाया हुआ था। जो कि जांच एजेंसी को लीगल सहाल देते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि यह लीगल एडवाइजर कोई और नहीं बल्कि पेशे से वकील ही होते हैं।