महोली ब्लाक की अढ़ौरी ग्रामसभा के पूर्व प्रधान राजीव प्रकाश मिश्र राजू को हमलावरों ने पीट-पीटकर मार डाला। रविवार को वारदात उस समय हुई जब पूर्व प्रधान अपने मामा बसंत राम पांडेय के घर देवरिया गांव गए थे। उसी वक्त गाड़ी खड़ी करने को लेकर विवाद हुआ। देखते ही देखते करीब 10 लोगों ने पूर्व प्रधान को घेर लिया। इसके बाद लाठी-डंडों और धारदार हथियार से एक के बाद एक जमकर प्रहार किए। हमले में पूर्व प्रधान के शरीर में गंभीर चोटें आईं।
प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें गंभीर अवस्था में लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। देर रात उनकी सांसें थम गईं। घटना के बाद पूर्व प्रधान के महोली आवास पर सोमवार सुबह से ही लोगों का जमावड़ा लग गया है। पुलिस ने भी इस घटना के संबंध में चार आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। अब तक पूर्व प्रधान का शव लखनऊ से महोली नहीं पहुंचा है।
मामा के परिवार को भी आईं चोटेंः हमले की सूचना पर मामा का परिवार तुरंत बाहर निकल आया था। राजीव को पिटता देख उनकी मामी व परिवार के अन्य लोगों ने बचाने की काफी कोशिशें भी की। इस दौरान उनको भी चोटें आईं। मामा बसंत और उनकी पत्नी को सीतापुर रेफर कर दिया गया जबकि ममेरी बहन शिल्पी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। परिवारजन के मुताबिक राजीव तो तुरंत बेहोश हो गए थे।
लूट, हत्या समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्जः तहरीर में 25 हजार रुपये लूटने का भी आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने लूट, हत्या समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसमें विकास पुत्र विजय पाल, कान्हा, अश्वनी, रामप्रकाश, विमल किशोर, मोहित, रामनरेश, बट्टू, गुर्जर व लंगू के नाम शामिल हैं।
ढाई महीने पहले से सुलग रही थी चिंगारीः पूर्व प्रधान की हत्या के मामले में महोली पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि पूर्व प्रधान का करीब ढाई महीने पूर्व भी इसी परिवार के साथ विवाद हुआ था। उस दौरान भी मारपीट में कुछ लोग घायल हुए थे। उस समय पुलिस ने कागजी घोड़े तो दौड़ा दिए गए लेकिन, यह आंकने में चूक हो गई कि यह चिंगारी धधक कर इतना बड़ा रूप ले सकती है।
पहले दोनों के पिता मित्र थे। प्रधानी चुनाव को लेकर वर्ष 2005 से दोस्ती में दरार आ गई थी। इसी के बाद से दोनों परिवारों में अनबन चल रही है। हमने तहरीर के आधार पर 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। – अनूप शुक्ल, कोतवाल महोली