राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या के महंतों और संतों ने हुंकार भरी है। दो दिन पहले चेतावनी देने के बाद गुरुवार सुबह दिगंबर अखाड़े के प्रमुख महंत सुरेश दास अन्य संतों और पुजारियों संग सीएम योगी से मिलने के लिए लखनऊ पहुंच गए। मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में महंतों ने राम मंदिर निर्माण जल्द शुरू करने की मांग उठाई। इस पर सीएम ने उन्हें मंदिर निर्माण और अयोध्या का विकास करने के लिए आश्वस्त किया है। बैठक में महंत ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बयान को लेकर सीएम से नाराजगी भी जताई। बैठक के बाद मीडियो को संबोधित करते हुए महंत सुरेश दास ने बताया कि मुख्यमंत्री जी से हमने राम मंदिर निर्माण जल्द शुरू कराने और अयोध्या का विकास करने का मांग को लेकर मुलाकात की। हमारी सभी मांगों को सुनने के बाद सीएम योगी ने कहा है कि हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। सुरेश दास ने बताया कि मुख्यमंत्री ने महंतों और संतों को आश्वस्त किया है कि मंदिर का निर्माण जरूर होगा और अयोध्या का भी विकास किया जाएगा। मीडिया ने जब महंत सुरेश दास से सवाल किया कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तो 2019 चुनाव में सिर्फ विकास को ही एजेंडा बताया है। उन्होंने तो कहा है कि मंदिर हमारा एजेंडा नहीं होगा..। इस इसके जवाब में महंत ने कहा कि मैं किसी नकवी को नहीं जानता, मैं सिर्फ भाजपा को जानता हूं। इसीलिए हम सीएम से मिलने आए हैं। उनके (नकवी) बयान को लेकर हमने सीएम से नाराजगी भी जताई है। सीएम से मिलने से पहले महंत सुरेश दास ने मीडिया से ये भी कहा कि मंदिर के मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो देखेंगे कि 2019 में हमें क्या करना है। जनआंदोलन की दी चेतावनी बता दें कि कि पांच जून को दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास ने दो टूक शब्दों में कहा कि यदि 2019 से पूर्व राममंदिर का निर्माण नहीं शुरू हुआ तो लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार तय है। भाजपा राममंदिर के नाम पर ही राज कर रही है। आज केंद्र व प्रदेश में सरकार है, राष्ट्रपति भी भाजपा के हैं, अब राममंदिर नहीं बनेगा तो कब बनेगा। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार राममंदिर निर्माण का अपना वादा निभाए और इसके लिए लोकसभा में शीघ्र प्रस्ताव पेश करे। ऐसा न होने पर शीघ्र ही जनांदोलन किया जाएगा। अमर उजाला से बात करते हुए महंत सुरेश दास ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट पर हमें भरोसा है। हमें उम्मीद है कि निर्णय भी हमारे पक्ष में आएगा, लेकिन हम अब और इंतजार नहीं कर सकते। जिस मुद्दे पर भाजपा को सत्ता मिली उसे पूरा करने के लिए भाजपा क्या प्रयास रही है। पीएम मोदी लोकसभा में राममंदिर निर्माण का प्रस्ताव लाएं। जनता ने उन्हें राममंदिर निर्माण के लिए ही चुना था। यदि 2019 से पूर्व राममंदिर का निर्माण न शुरू हुआ तो संतों की अगुवाई में जनआंदोलन होगा और लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित होगी। एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण के लिए योगी सरकार तैयार है बस मोदी सरकार को ठोस कदम उठाना होगा।

सीएम योगी ने संत-महंत को दिलाया भरोसा- सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करें इंतजार, राम मंदिर जरूर बनेगा

लखनऊ- राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या के महंतों और संतों ने हुंकार भरी है। दो दिन पहले चेतावनी देने के बाद गुरुवार सुबह दिगंबर अखाड़े के प्रमुख महंत सुरेश दास अन्य संतों और पुजारियों संग सीएम योगी से मिलने के लिए लखनऊ पहुंच गए। मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में महंतों ने राम मंदिर निर्माण जल्द शुरू करने की मांग उठाई। इस पर सीएम ने उन्हें मंदिर निर्माण और अयोध्या का विकास करने के लिए आश्वस्त किया है। बैठक में महंत ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बयान को लेकर सीएम से नाराजगी भी जताई।राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या के महंतों और संतों ने हुंकार भरी है। दो दिन पहले चेतावनी देने के बाद गुरुवार सुबह दिगंबर अखाड़े के प्रमुख महंत सुरेश दास अन्य संतों और पुजारियों संग सीएम योगी से मिलने के लिए लखनऊ पहुंच गए। मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में महंतों ने राम मंदिर निर्माण जल्द शुरू करने की मांग उठाई। इस पर सीएम ने उन्हें मंदिर निर्माण और अयोध्या का विकास करने के लिए आश्वस्त किया है। बैठक में महंत ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बयान को लेकर सीएम से नाराजगी भी जताई। बैठक के बाद मीडियो को संबोधित करते हुए महंत सुरेश दास ने बताया कि मुख्यमंत्री जी से हमने राम मंदिर निर्माण जल्द शुरू कराने और अयोध्या का विकास करने का मांग को लेकर मुलाकात की। हमारी सभी मांगों को सुनने के बाद सीएम योगी ने कहा है कि हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। सुरेश दास ने बताया कि मुख्यमंत्री ने महंतों और संतों को आश्वस्त किया है कि मंदिर का निर्माण जरूर होगा और अयोध्या का भी विकास किया जाएगा।  मीडिया ने जब महंत सुरेश दास से सवाल किया कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तो 2019 चुनाव में सिर्फ विकास को ही एजेंडा बताया है। उन्होंने तो कहा है कि मंदिर हमारा एजेंडा नहीं होगा..। इस इसके जवाब में महंत ने कहा कि मैं किसी नकवी को नहीं जानता, मैं सिर्फ भाजपा को जानता हूं। इसीलिए हम सीएम से मिलने आए हैं। उनके (नकवी) बयान को लेकर हमने सीएम से नाराजगी भी जताई है।  सीएम से मिलने से पहले महंत सुरेश दास ने मीडिया से ये भी कहा कि मंदिर के मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो देखेंगे कि 2019 में हमें क्या करना है। जनआंदोलन की दी चेतावनी  बता दें कि कि पांच जून को दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास ने दो टूक शब्दों में कहा कि यदि 2019 से पूर्व राममंदिर का निर्माण नहीं शुरू हुआ तो लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार तय है। भाजपा राममंदिर के नाम पर ही राज कर रही है। आज केंद्र व प्रदेश में सरकार है, राष्ट्रपति भी भाजपा के हैं, अब राममंदिर नहीं बनेगा तो कब बनेगा। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार राममंदिर निर्माण का अपना वादा निभाए और इसके लिए लोकसभा में शीघ्र प्रस्ताव पेश करे। ऐसा न होने पर शीघ्र ही जनांदोलन किया जाएगा।  अमर उजाला से बात करते हुए महंत सुरेश दास ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट पर हमें भरोसा है। हमें उम्मीद है कि निर्णय भी हमारे पक्ष में आएगा, लेकिन हम अब और इंतजार नहीं कर सकते। जिस मुद्दे पर भाजपा को सत्ता मिली उसे पूरा करने के लिए भाजपा क्या प्रयास रही है।  पीएम मोदी लोकसभा में राममंदिर निर्माण का प्रस्ताव लाएं। जनता ने उन्हें राममंदिर निर्माण के लिए ही चुना था। यदि 2019 से पूर्व राममंदिर का निर्माण न शुरू हुआ तो संतों की अगुवाई में जनआंदोलन होगा और लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित होगी। एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण के लिए योगी सरकार तैयार है बस मोदी सरकार को ठोस कदम उठाना होगा।

बैठक के बाद मीडियो को संबोधित करते हुए महंत सुरेश दास ने बताया कि मुख्यमंत्री जी से हमने राम मंदिर निर्माण जल्द शुरू कराने और अयोध्या का विकास करने का मांग को लेकर मुलाकात की। हमारी सभी मांगों को सुनने के बाद सीएम योगी ने कहा है कि हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। सुरेश दास ने बताया कि मुख्यमंत्री ने महंतों और संतों को आश्वस्त किया है कि मंदिर का निर्माण जरूर होगा और अयोध्या का भी विकास किया जाएगा।

मीडिया ने जब महंत सुरेश दास से सवाल किया कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तो 2019 चुनाव में सिर्फ विकास को ही एजेंडा बताया है। उन्होंने तो कहा है कि मंदिर हमारा एजेंडा नहीं होगा..। इस इसके जवाब में महंत ने कहा कि मैं किसी नकवी को नहीं जानता, मैं सिर्फ भाजपा को जानता हूं। इसीलिए हम सीएम से मिलने आए हैं। उनके (नकवी) बयान को लेकर हमने सीएम से नाराजगी भी जताई है।

सीएम से मिलने से पहले महंत सुरेश दास ने मीडिया से ये भी कहा कि मंदिर के मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो देखेंगे कि 2019 में हमें क्या करना है।

जनआंदोलन की दी चेतावनी

बता दें कि कि पांच जून को दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास ने दो टूक शब्दों में कहा कि यदि 2019 से पूर्व राममंदिर का निर्माण नहीं शुरू हुआ तो लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार तय है। भाजपा राममंदिर के नाम पर ही राज कर रही है। आज केंद्र व प्रदेश में सरकार है, राष्ट्रपति भी भाजपा के हैं, अब राममंदिर नहीं बनेगा तो कब बनेगा। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार राममंदिर निर्माण का अपना वादा निभाए और इसके लिए लोकसभा में शीघ्र प्रस्ताव पेश करे। ऐसा न होने पर शीघ्र ही जनांदोलन किया जाएगा।

अमर उजाला से बात करते हुए महंत सुरेश दास ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट पर हमें भरोसा है। हमें उम्मीद है कि निर्णय भी हमारे पक्ष में आएगा, लेकिन हम अब और इंतजार नहीं कर सकते। जिस मुद्दे पर भाजपा को सत्ता मिली उसे पूरा करने के लिए भाजपा क्या प्रयास रही है।

पीएम मोदी लोकसभा में राममंदिर निर्माण का प्रस्ताव लाएं। जनता ने उन्हें राममंदिर निर्माण के लिए ही चुना था। यदि 2019 से पूर्व राममंदिर का निर्माण न शुरू हुआ तो संतों की अगुवाई में जनआंदोलन होगा और लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित होगी। एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण के लिए योगी सरकार तैयार है बस मोदी सरकार को ठोस कदम उठाना होगा।

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