मुख्यमंत्री की चेतावनी के बाद भी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित लेखपाल नहीं मानें। वह शनिवार को भी तीनों तहसीलों पर डटे रहे। काम-काज छोड़कर धरना दिया। कहा कि वह किसी चेतावनी से डरने वाले नहीं हैं। जब तक मांग पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। नौ जुलाई से कलेक्ट्रेट पर जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन शुरू करते हुए आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
वेतन विसंगति दूर करने, पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली व लेखपाल सेवा नियमावली में संशोधन करने समेत कई अन्य मांगों को लेकर लेखपालों द्वारा कई दिनों के काम छोड़कर प्रदर्शन किया जा रहा है। इससे प्रभावित होते कार्य को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी जारी कर दी है कि यदि लेखपाल काम पर नहीं लौटते तो उनकी छुट्टी कर दें। सचिव व अन्य राजस्व कर्मियों के जरिए वैकल्पिक व्यवस्था कर काम कराया जाय। इस चेतावनी के बाद भी लेखपालों ने शनिवार को प्रदर्शन किया। तहसील ज्ञानपुर में जुटे लेखपालों ने धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की। कहा कि शासन स्तर से लगातार उनकी उपेक्षा की जा रही है। उनकी किसी भी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कहा कि वह किसी चेतावनी से डरने वाले नहीं हैं। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी वह आंदोलन करते रहेंगे। प्रदर्शन में लेखपाल संघ ज्ञानपुर तहसील इकाई के अध्यक्ष रमाशंकर यादव, मंत्री मुरलीधर गौतम, अजय श्रीवास्तव, विनय कुमार, अमरेश पांडेय, रूचि पांडेय, सुचेता पांडेय, ओंकारनाथ, रामआसरे विश्वकर्मा आदि थे।