अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने अमेरिकी कांग्रेस में एक प्रस्ताव पेश किया गया है जिसमें गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व को मान्यता देने का प्रस्ताव पेश किया गया। देश के प्रति अमेरिकी सिखों के योगदान को सम्मान देने की बात प्रस्ताव में कही गई है।
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक के 550वें प्रकाश पर्व से पहले पेश इस प्रस्ताव में कहा गया है कि अमेरिका और दुनियाभर में रहने वाले सिख उन मूल्यों एवं समानता के विचारों, सेवा तथा ईश्वर के प्रति समर्पण के भाव का पालन करते हैं जिन्हें नानक ने अपने उपदेशों में बताया था। शुक्रवार को सीनेट में डेमोक्रैटिक सेनेटर डिक डर्बिन, बॉब मेनेनडेज और बेन कार्डिन ने यह प्रस्ताव पेश किया था, जबकि प्रतिनिधि सभा में यह प्रस्ताव रिपब्लिकन पार्टी के कांग्रेस सांसद ग्रेग पेंस, डेमोक्रेटिक पार्टी से पीटर विस्क्लोस्की की तरफ से पेश किया गया था।
डर्बिन ने कहा, ‘अमेरिकी सिख नागरिकों ने अमेरिका की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विविधता को पूरा किया है। इसके अलावा उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों के सदस्य के तौर पर भी सेवा दी है तथा कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, आतिथ्य-सत्कार, ट्रक चलाने और दवा क्षेत्र में योगदान दिया है।’ मेनेनडेज ने कहा, ‘सिख समुदाय ने न्यूजर्सी और समूचे अमेरिका में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों में कई उद्यमों के माध्यम से नागरिक जीवन में अनगिनत योगदान किया है।’
उन्होंने कहा, ‘प्रस्ताव में कहा गया है कि जीवन के हर क्षेत्र में सिखों की बदौलत अमेरिका एक बेहतर देश बना हुआ है। पिछले महीने मुझे अमृतसर में स्वर्ण मंदिर जाने का मौका मिला और वहां जाकर सिख धर्म में निहित मूल्यों के प्रति मेरी श्रद्धा और गहरी हो गयी।’कार्डिन ने कहा, ‘अमेरिकी सिख नागरिक पीढ़ियों से अमेरिका का गौरवशाली हिस्सा रहे हैं और वे अपने तरीके से हमारे देश तथा समुदायों को समृद्ध करते रहेंगे।’ बता दें कि विश्वभर में सिख समुदाय के लोग 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।