हर सुबह भीगे चने खाने के लाभ जानकर आज से भीगे चने खाना शुरू कर देगे… कई लोग अपनी भूख को मिटाने के लिए चना खाते है या फिर लोग चने की दाल या भुने हुए चने खाते है. आयुर्वेद में चना शरीर के लिए आवश्यक तत्व माना जाता है. चना खाने से शरीर के कई रोग दूर हो जाते है. बाकि दालों की अपेक्षा चले की दाल सबसे सस्ती दाल भी मानी जाती है.
चने की दाल में सभी प्रकार के पोषक तत्व होते है और यह शरीर में अनेक रोगों से लड़ने की ताकत भी देता है. यह दिमाग को तेज करता है तो चेहरे की सुन्दरता भी बढाता है. अंकुरित चले को खाने से ताकत मिलती है और इसको सुबह खाली पेट खाया जायेगा तो सोने पे सुहागा भी बन जाता है.
सर्दियों में चने के आटे का हलवा खाने से अस्थमा बीमारी दूर हो जाती है. चने में नमक मिलाकर रोटी बनाने और लगातार 40 से 60 दिन तक सेवन करने से कई त्वचा संबंधी बीमारी जैसे दाद, खाज, खुजली आदि से छुटकारा मिल जाता है. रात में सोने से पहले भुने हुए चने को गर्म दूध में साथ खाने से सांस नली में कई प्रकार से रोग दूर हो जाते है.
साथ में सांस की नली में जमे कफ से भी छुटकारा मिल जाता है. चने को शहद में मिलाकर खाने से नपुंसकता के विकार को भी दूर किया जा सकता है.
पीलिया की बीमारी होने पर 100 ग्राम चने की दाल में 2 ग्लास पानी में दो घंटे के लिए भिगा दें. इसके बाद दाल और पानी दोनों को अलग अलग कर ले. इस दाल में 100 ग्राम गुड को मिलकर पीलिया के रोगी को खिलाने से रोगी को आराम मिलता है. चीनी के बर्तन में चनो को भिगा कर सुबह इसको खाने से वीर्य बढ़ता है और पुरुष को नपुंसकता संबंधी कई बीमारी दूर हो जाएगी.
भुने हुए चने खाने से बवासीर की बीमारी ठीक होती है. 10 ग्राम भीगे चने की दाल में 10 ग्राम ही शक्कर मिला कर 40 दिन तक खाने से धातु मजबूत हो जाता है. 25 ग्राम काले चले रात में भीगाकर और सुबह खाने से डायबीटीज की बीमारी ठीक हो जाती है. रात में पानी में भीगे चने में से चने को हटाकर बचे हुए पानी में जीरा अदरक और नमक मिलकर खाने से कब्ज और पेट दर्द की बीमारी ठीक हो जाती है.