वैसे तो सर्दी-जुकाम कोई बड़ी बीमारी नहीं है लेकिन परेशान करने के मामले में यह दूसरी बीमारीयों से कम भी नहीं है। अगर इस बीमारी को लेकर आप डॉक्टर के पास जाए तो डॉक्टर दवाई कम और आराम करने की सलाह ज़्यदा देता है। यह वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण है जिसमें आप बुखार से भी परेशान रहते हैं। यही नहीं यह एक ऐसी संक्रमण हैं जो आसानी से आपके परिवार के लोगों में फैल जाता है। अगर बुखार जुकाम का उपचार उसके लक्षण नजर आते ही कर लिया जाए तो शरीर को अन्य दूसरी बीमारियों की परेशानी नहीं झेलनी पडती है। आइये जानते है कुछ घरेलू उपचार।
1.अदरख की चाय: अदरख की चाय सर्दी-जुकाम के लिए बहुत ही उम्दा चीज है। यह आपको सर्दी-जुकाम से ही राहत नही देता बल्कि बुखार को भी कण्ट्रोल करता है और साथ ही साथ आपको सुस्त होने से रोकता है। विधि: सबसे पहले आप पानी को उबाले। फिर उसमें पीसा हुआ अदरख, दुध और अपने हिसाब से चीनी मिलायें। कुछ देर तक इसे गर्म करें और फिर इसे धीरे धीरे पियें।
2.लहसुन की चटनी: लहसुन के चटनी सर्दी-जुकाम से निजात दिलाने के लिए एक कारगर प्राकृतिक उपचार है क्योंकि यह एंटी बैक्टीरियल पदार्थों से भरापरा है। विधि: लहसुन (100 ग्राम), थोड़ी सी नमक और सरसों का तेल लें। लहसुन को छील लें। अब आप तीनों को फ्राई पैन में डालें और गर्म करें। थोड़ा बहुत गर्म हो जाए तो इसे अच्छी तरह से मिलाएं और खाने के साथ खाएं। यह सर्दी-जुकाम, खाँसी, कफ और बुखार से आपको फटाफट राहत दिलाता है।
3.तुलसी का पत्ता: सर्दी-जुकाम का बेहतरीन इलाज छिपा हुआ है तुलसी के पत्ते में। विधि: आप तुलसी (5 पत्ते ), अदरख (१ चम्मच) और इसे आधा लीटर पानी में उबालें। जब यह उबल कर आधा हो जाये तो इसे पीएं। यह सर्दी-जुकाम और ख़राश के लिए एक सटीक आयुर्वेदिक इलाज है।