प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययन करने वाले सभी छात्रों को सत्र 2017-18 में जूता-मोजा और बैग नहीं मिलेगा। कक्षा एक से छह तक नए दाखिले लेने वाले छात्र-छात्राओं को ही ये सामन मिलेंगे। परन्तु नए सत्र में सभी बच्चों को किताब, यूनिफार्म तो सभी को मुफ्त मिलेंगे। इसके लिए उन्हें गर्मी की छुट्टियों के खत्म होने का इंतेजार करना पड़ेगा।
नगर के बेसिक विद्यालयों की बात करें तो यहां पर प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 5 लाख छात्र छात्राएं पंजीकृत हैं। प्रत्येक शैक्षिक सत्र में सभी छात्रों को मिडडे मील, यूनिफार्म, किताबें तो अनिवार्य रूप से मिलता है। परन्तु योजना के अंतर्गत सभी छात्रों के लिए जूते मूजे, स्वेटर एवं स्कूल बैग प्रत्येक दो वर्ष में एक बार वितरण किया जाना है। अनुदानित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के जहां सभी बच्चों को नए सत्र में स्कूल बैग देने की योजना है, वहीं परिषदीय विद्यालयों में नए सत्र में पहली और छठवीं कक्षा में नए दाखिला लेने वालों को ही स्कूल बैग देने की मंशा दिखाई दिखाई दे रही है। गत वर्ष नए सत्र में स्कूल खुलने के बाद किसी भी छात्र को नए जूते मोजे, बैग और किताबें नहीं मिल पाई थी। स्वेटर वितरण में तो बुरा हाल रहा। बच्चों को सर्दी का मौसम खत्म होने के बाद फरवरी में स्वेटर मिलना शुरू हुए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा का कहना है कि गत स्वेटर वितरण में राज्य सरकार से केंद्रीयकृत टेंडर योजना थी। परन्तु उसमें दो माह का अधिक समय होने के कारण इसे स्थानीय स्तर से खरीद कर पूरा कराया गया। इस बार बच्चों कक्षा 1 एवं 6 में नवीन प्रवेश प्राप्त छात्रों को ही जूता, मोजा और और बैग वितरण की योजना है।