आस्था और अंधविश्वास की कहानियां तो अक्सर सुनते आए होंगे, लेकिन ऐसा ही आस्था और विशवास का एक नजारा स्मार्ट सिटी इंदौर से 22 किलोमीटर दूर एक गांव सेमल्या चाऊ में देखने को मिला।
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दरअसल, ये पूरा मामला मध्य प्रदेश के इंदौर जिले का है, जहां रहने वाली सीमा रावत को सपना आया था। इस सपने को बार-बार देखने पर सीमा ने उस जगह जाने का फैसला किया और अपने ड्राइवर के साथ गांव के एक मंदिर पर जा पहुंची। सपने में दिखे स्थान पर खुदाई शुरू की गई।
कुछ ही देर बाद गड्ढे में से एक मूर्ति निकली। ये सब देख सीमा के साथ ही सभी लोग हैरान रह गए। मूर्ति मिलने की बात तेजी से गांव में फैली और देखते ही देखते वहां भक्तों की भीड़ लगने लगी। जमीन से निकली काली मूर्ति पर नाग-नागिन के जोड़े ,शेर और हाथ का पंजा भी बनें हुए हैं। ये मूर्ति करीब 500 साल पुरानी बताई जा रही है।