हापुड़। यहाँ मेडिकल कॉलेज की स्टाफ नर्स के साथ रेप हुआ। आरोपी भी हास्पिटल का। बेहोशी की हालत में बेसुध हालत में पार्किंग में पड़ी थी। जब लोंगों की नज़र उस पर पड़ी तो उसका इलाज शुरू किया गया। हालत अभी भी नाजुक है। हादसे का सदमा इतना घर है कि होश में आते ही चिल्लाई बचाओ-बचाओ। पुलिस को मामले की सूचना हादसे के दो दिन बाद मिली। पुलिस जांच में जुटी हुई हैं।
नर्स के साथ रेप
ख़बरों के मुताबिक़ पीड़िता की हालत ठीक नहीं है। उसे लगातार ब्लीडिंग हो रही है। मामला हापुड़ जिले के केजीएस मेडिकल कॉलेज का है।
यहां काम करने वाली पीड़िता (नर्स) ने बताया 4 दिसंबर को उसकी शिफ्ट खत्म हो गई थी। घर के लिए निकल ही रही थी, तभी साथ में काम करने वाला सुपरवाइजर उसे बहाने से पार्किंग में ले गया।
वहां उसने मुंह दबाकर मेरे साथ रेप किया। चीखने-चिल्लाने पर नशीला पदार्थ सुंघाकर दिया। इसके बाद मेरे साथ क्या हुआ मुझे यादा नहीं। जब होश आया तो मैं हॉस्पिटल में एडमिट थी।
बता दें कि पीड़िता को हादसे के दो दिन बाद होश आने पर यह जानकारी पुलिस को दी।
उनका कहना है कि उसकी कंडीशन ठीक नहीं है। ब्लीडिंग लगातार हो रही है। उसे संक्रमित प्रसव कक्ष में शिफ्ट कर दिया गया है।
डीएसपी अतुल यादव ने कहा मामले में अस्पताल की भूमिका संदिग्ध लग रही है। आखिर दो दिन तक मामले को क्यों दबाया गया। संदिग्धों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
वहीं पीड़िता के काम करने वाली सीमा का कहना है कि इस मामले में सुपरवाइजर के साथ उसके कई साथी भी इस मामले में शामिल हैं।