कोरोना संकट के इस दौर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के स्वास्थ्यकर्मियों की मदद के लिए भारत से 88 नर्सो का पहला जत्था दुबई पहुंच गया है।
आइसीयू (गहन चिकित्सा इकाई) में काम करने का अनुभव रखने वाली ये नर्से 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहेंगी और इसके बाद विभिन्न अस्पतालों में आवश्यकता के अनुसार इनकी तैनाती की जाएगी.
यूएई के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शनिवार को देश में कोरोना संक्रमण के 624 नए मामलों का पता चला। देश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 17,417 हो गई है। चौबीस घंटे में 11 लोगों की मौत के बाद महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या 185 हो गई है।
स्थानीय अखबार खलीज टाइम्स के अनुसार, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में स्थित एस्टर डीएम हेल्थकेयर अस्पताल की इन नर्सो को लेकर विशेष विमान शनिवार को दुबई एयरपोर्ट पहुंचा।
यूएई में भारत के राजदूत पवन कपूर ने कहा, ‘इस पहल से भारत और यूएई ने दिखा दिया कि कैसे एक रणनीतिक साझेदारी महामारी के दौर में ठोस सहयोग में तब्दील हो सकती है।
जरूरत में दोस्त की मदद करना दोनों देशों के बीच सहयोग का आदर्श वाक्य है। इससे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही दोस्ती और मजबूत होगी।’
जत्थे में शामिल नर्सो ने भी इस अभियान का हिस्सा बनने पर खुशी जताई है। नर्स दीपिका सूरज खवले को तो इस टीम का हिस्सा बनने के लिए अपने दो साल के बच्चे को भारत में छोड़ना पड़ा।