शिवसेना सांसद संजय राउत ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. शिवसेना के मुखपत्र सामना में रविवार के अपने कॉलम में संजय राउत ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आगामी चुनावों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हारने के बाद मोदी अकेले रह जाएंगे.
संजय राउत ने सामना में लिखा, ‘भारत के सीमावर्ती क्षेत्र अब कन्फ्लिक्ट जोन हैं. सभी पड़ोसी चीन के साथ जा रहे हैं. भारत पर चीनी आक्रमण हमारी विदेश नीति की विफलता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आगामी चुनाव हार जाएंगे. मोदी का साथ कौन देगा? चीन के हमले ने बाहुबली राजनीति की हवा निकाल दी है.’
संजय राउत ने कहा कि जब बराक ओबामा 55 साल के लंबे विवाद के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में क्यूबा गए थे, तब क्यूबा के पूर्व प्रधानमंत्री फिदेल कास्त्रो ने कहा था, ”क्यूबाई लोगों के लिए ओबामा का नया प्यार दिल का दौरा दे सकता है.” शिवसेना सांसद ने कहा कि शी जिनपिंग की भारत यात्रा भी ऐसी ही थी क्योंकि यह विश्वास करना कठिन था कि चीनी भारत के मित्र हो सकते हैं.
संजय राउत ने कहा कि 1975 के बाद यह पहला मौका था जब चीनी सेना के साथ संघर्ष में इतने सारे भारतीय सैनिक शहीद हुए. हम कैसे बदला लेंगे? उन्होंने पूछा कि क्या सर्जिकल स्ट्राइक केवल पाकिस्तान के लिए थी?
शिवसेना नेता ने कहा कि बीजेपी अब यह कहने की स्थिति में नहीं है कि नेहरू ने 1962 में चीन के साथ गड़बड़ी की थी. अमेरिका के साथ सहानुभूति से भारत को चीन जैसे तटस्थ देश को लेकर कीमत चुकानी पड़ रही है. अब नेपाल जैसा देश चीन के इशारे पर भारत की आलोचना कर रहा है. इस क्षेत्र में अब भारत अकेला रह गया है. संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी को चीनी सामान पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहना चाहिए था. लेकिन भारत का चीन के साथ व्यापार जारी है. उन्होंने कहा, “राष्ट्र मोदी के साथ खड़ा है, लेकिन क्या मोदी राष्ट्र की बात सुनेंगे.”