पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे पारसनाथ यादव का शुक्रवार को निधन हो गया. परसनाथ यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे.
उन्होंने शुक्रवार को जौनपुर शहर स्थित आवास पर अंतिम सांस ली. निधन से जिले में शोक की लहर दौड़ गई है और सपा सहित अन्य दलों के लोग उनके आवास पर शोक संवेदना के लिए जुटे.
पारसनाथ यादव जौनपुर जिले में सपा के दिग्गज नेता थे. वो मुलायम सरकार से लेकर अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. परसनाथ यादव 7 बार के विधायक और दो बार जौनपुर से सांसद के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार में तीन बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
प्रगतिशली समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने पारसनाथ यादव के निधन को अपनी व्यक्तिगत क्षति बताई और कहा कि उनकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकेगी.
शिवपाल ने ट्वीट कर कहा है, ‘वरिष्ठ समाजवादी नेता, पूर्व मंत्री व विधायक पारसनाथ यादव जी के निधन की खबर से स्तब्ध और दुःखी हूं. यह समाजवादी आंदोलन और मेरी व्यक्तिगत क्षति है. ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करें. मैं शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं.’
बता दें कि पूर्व कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव को प्रोस्टेट की प्रॉब्लम थी. इसके कारण उनके दाहिने पैर में सूजन रहता था. इसके अलावा उन्हें यूरिनेशन में भी समस्या थी.
वह इलाज के लिए मुंबई गए थे. कोरोना महामारी के कारण वह कुछ दिन पहले मुंबई से जौनपुर वापस लौट आए थे. इसी 7 जून को शिवपाल यादव ने जौनपुर स्थित पारसनाथ यादव के आवास पर जाकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी.
2017 के विधानसभा चुनाव में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश में सिर्फ दो नेताओं के लिए चुनाव प्रचार किया था. इनमें एक नेता शिवपाल यादव थे तो दूसरे नेता परसनाथ यादव थे.
मुलायम सिंह ने परसनाथ यादव के लिए मल्हनी विधानसभा सीट पर रैली की थी. इसके जरिए परसनाथ और मुलायम सिंह के रिश्ते को समझा जा सकता है.