शिवसेना के पूर्व पार्षद अशोक सावंत की हत्या में मामले में गिरफ्तार नाबालिग ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है। तीन आरोपियों में से एक यह नाबालिग 12वीं का छात्र है। उसने पुलिस को बताया कि अपराध की रकम से वह अपने लिए कार खरीदना चाहता था। नाबालिग पुणे का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया कि हत्या के मुख्य आरोपी जगदीश पवार उर्फ जग्गा ने उसे सुनहरे भविष्य का लालच देकर अपराध के लिए प्रोत्साहित किया। अपराध से मिलने वाली फिरौती की रकम से वह अपने लिए कार खरीदना चाहता था लेकिन जब वह अशोक सावंत की हत्या के बाद मुंबई से जाने लगा तो महज 500 रुपये ही उसको दिए गए थे।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि नाबालिग से आरोपियों की पहली मुलाकात पिछले साल पुणे में हुई थी जब वे किसी जगह की तलाश में वहां गए थे। उस दौरान नाबालिग अपने दोस्तों के साथ घूम रहा था। पवार और उसके साथी ने नाबालिग को अप्रॉच किया और इसके बाद वे अक्सर मिलने लगे। पवार ने छात्र को अपने भरोसे में लिया कि अगर वह अपराध में शामिल होगा तो उसे अच्छी खासी रकम दी जाएगी।
उधर नाबालिग के माता-पिता खबर सुनकर सदमे में हैं। उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि उनके बेटे ने किसी की हत्या की है। छात्र के घरवालों का कहना है कि वह अपने दोस्तों से मिलने की बात कहकर अक्सर घूमने जाता था।
बता दें कि 7 जनवरी को मुंबई के कांदिवली इलाके में शिवसेना के पूर्व पार्षद अशोक सावंत की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। दो बार पार्षद रहे सावंत सहायक पुलिस आयुक्त सुभाष सांवत के भाई थे और आतंकवाद निरोधी दस्ते में शामिल थे।
पुलिस ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब वह एक मित्र के साथ मुलाकात के बाद घर लौट रहे थे। वाहन में सवार दो बदमाश उनके समतानगर स्थित घर के बाहर प्रतीक्षा कर रहे थे। बदमाशों ने उन्हें पहले नमस्ते किया और फिर चाकू घोंपकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देकर हत्यारे फरार हो गए।