महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी यानी कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के गठबंधन में कुछ दिनों के अंतरातल पर अनबन की खबरें सामने आ ही जाती हैं. तीनों दलों के नेता एक दूसरे को निशाने पर ले लेते हैं. ताजा मामला शिवसेना नेता विश्वबंधु राय की चिट्टी से जुड़ा हुआ है जिसमें उन्होंने शिवसेना अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर ‘वोट बैंक’ की राजनीति करने का आरोप लगा दिया है.
मुंबई कांग्रस के पूर्व महासचिव विश्वबंधु राय ने ये चिट्ठी महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी को लिखी है. साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी ये खत भेजा है. इसमें उन्होंने लिखा, “महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एक क्षेत्रीय पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. इनका राजनीतिक सरोकार प्रांतवाद है. इसलिए साकीनाका रेप केस में सीधे सीधे परप्रांतियों को निशाना साधकर इन्होंने खुद के वोट बैंक को संतुष्ट करने की कोशिश की है.”
विश्वबंधु राय ने ये चिट्ठी महाराष्ट्र में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और परप्रांतियों यानी दूसरे राज्यों लोगों के अपमान के खिलाफ लिखा है. उन्होंने लिखा, “साकीनाका रेप कांड के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अप्रत्यक्ष तौर पर परप्रांतियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. एक बलात्कारी किसी भी धर्म, भाषा, जाति का हो उसकी सजा सिर्फ फांसी होनी चाहिए.”
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़े हैं. उन्होंने लिखा, “पिछले कुछ महीनों में मुंबई में महिलाओं के प्रति अपराधों में 144 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. साल 2020 संपूर्ण महाराष्ट्र में रेप के 2061 मामले दर्ज हुए हैं. इसके अलावा कई मामले प्रतिदिन हो रहे हैं.”
विश्वबंधु राय ने लिखा कि किसी भी मुख्यमंत्री के द्वारा किसी अन्य राज्य के लोगों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधना निंदनीय कार्य है. उन्होंने सवाल किया कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री किसी अपराध के ऊपर राजनीति करने लगेंगे तब प्रदेश की जनता निष्पक्ष न्याय के लिए किस पर निर्भर रहे?