गुरुग्राम में एक शादीशुदा महिला का अपहरण कर उसे नौ दिनों तक एक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान नशे का इंजेक्शन लगाकर बेहोशी की हालत में चार लोगों द्वारा उसके साथ गैंगेरप किया गया। गैंगरेप के आरोपी इन चार दोस्तों ने उसका वीडियो भी बना लिया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। विरोध करने पर महिला की पिटाई भी की गई। आरोपी महिला को नशे की हालत में फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में छोड़कर फरार हो गए। वहां से महिला ने अपने घर फोन किया। देवर के आने पर वह अपने घर पहुंची। स्वास्थ्य में सुधार होने पर रविवार को पुलिस को घटनाक्रम के बारे में बताया। पुलिस ने महिला की शिकायत पर रविवार को सोहना सदर थाने में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मूलरूप से सोहना के एक गांव की रहने वाली 22 वर्षीय महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह 29 जून को घर के पास पानी भरने के लिए गई थी। इस दौरान उसका एक परिचित मिला। चिंटू नामक उस परिचित ने 30 जून को किसी काम से मिलने के लिए बुलाया। सुबह पांच बजे मंदिर के पास मिलने पहुंचने पर एक सफेद रंग की कार आई। कार को दीपक चला रहा था और पीछे संजू बैठा हुआ था। सभी ने जबर्दस्ती उसे कार में बैठा लिया और कार फरीदाबाद की तरफ लेकर चल दिए। महिला का आरोप है कि कुछ देर बाद प्यास लगने पर जब उसने पानी मांगा तो आरोपी युवकों ने पानी में कुछ मिलाकर दिया था। उसके बाद वह बेहोश हो गई। जब महिला को होश आया तो वह एक मकान के कमरे में थी। कमरे में शराब की बोतलें रखी हुई थीं।
इंजेक्शन लगाकर करते थे गैंगरेप
महिला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 30 जून रात को कुलदीप नामक युवक भी कमरे पर आ गया। उसके बाद चारों दोस्तों ने मिलकर उसके साथ गैंगरेप करना शुरू किया। कुलदीप ने उसके हाथ में इंजेक्शन लगाया और वह बेहोश हो गई। फिर उसको कोई जानकारी नहीं कि उसके साथ क्या हुआ। सुबह जब होश आया तो कमरे पर सिर्फ संजू और दीपक दिखे। रात को चिंटू और कुलदीप आते थे। महिला ने बताया कि रोजाना सभी आरोपी उसको इंजेक्शन और गोलियां खिलाने के बाद गैंगरेप करते। नौ दिन तक यही सिलसिला चलता रहा।
विरोध करने पर पिटाई की
महिला के मुताबिक, आरोपियों ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं। उसने बताया कि रेप के दौरान आरोपी युवक उसको पिस्तौल दिखाते थे। विरोध करने पर बेरहमी से पिटाई करते थे। आरोपियों ने मोबाइल से उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया। रेप के दौरान उसको धमकी दी जाती थी कि अगर किसी को बताया तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे। पति का फोन आने पर आरोपी उसे गन प्वाइंट पर लेकर ठीक होने की बात कहलवाते थे।
आठ जुलाई को बस स्टैंड पर छोड़ा
चारों आरोपियों ने नौ दिनों तक उसके साथ गैंगरेप किया। आठ जुलाई को सुबह आरोपी महिला को नशे की हालत में बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर छोड़कर फरार हो गए। वहां से महिला ने अपने देवर को फोन किया और उसके बाद वह महिला को बस स्टैंड पर लेने के लिए पहुंचा। वहां से वह उसे घर पर लेकर गया और स्वास्थ्य में सुधार होने पर पुलिस को शिकायत दी।
एसीपी संदीप मलिक ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।