विजयादशमी के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को सख्त संदेश देते हुए कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि भारतीय सेना किसी को भी हमारे देश की एक इंच भी जमीन नहीं लेने देगी। राजनाथ सिंह ने ये टिप्पणी पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक में शस्त्र पूजा करने के बाद की। इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी उनके साथ मौजूद थे।
रक्षा मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘भारत चाहता है कि तनाव ख़त्म हो और शांति स्थापित हो, लेकिन कभी-कभी नापाक गतिविधियां होती हैं। मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि हमारी सेना भारत की एक इंच ज़मीन भी दूसरे के हाथ में नहीं जाने देगी।’ उन्होंने कहा कि हाल ही में लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर जो कुछ भी हुआ और जिस तरह से हमारे जवानों ने बहादुरी से जवाब दिया, इतिहासकार हमारे जवानों की वीरता और साहस के बारे में सुनहरे शब्दों में लिखेंगे।
सिक्किम में बीआरओ द्वारा निर्मित एक एक्सल रोड का ई-उद्घाटन करने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि 19.35 किलोमीटर लम्बे वैक्लपिक एनएच 310 का निर्माण करके, BRO ने पूर्वी सिक्किम के निवासियों एवं सेना की आकांक्षाओं को पूरा किया है। बीआरओ द्वारा सिक्किम के अधिकांश सीमावर्ती सड़कों का डबल लेन में अपग्रेडेशन किया जा रहा है। इसमें से ईस्ट सिक्किम में 65 किलोमीटर सड़क निर्माण-कार्य प्रगति पर है, तथा 55 किलोमीटर सड़क निर्माण योजना के तहत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दिशा-निर्देश में, पूर्वोत्तर राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। BRO के पास पूर्वोत्तर क्षेत्र में कुल 8090 किमी लम्बाई की सड़के हैं। इनमें से 5734 किमी. निर्माण योजना में है। नॉर्थ सिक्किम में भारतमाला परियोजना के अन्तर्गत ‘मंगन-चुगथांग-यूमेसेमडोंग’ और ‘चुगंथांग-लाचेन-जीमा-मुगुथांग-नाकुला’ तक 225 किलोमीटर डबल लेन सड़क का निर्माण कार्य नियोजित है। ये कार्य 9 पैकेजों में नियोजित किए गए हैं, जिनकी अनुमानित लागत 5710 करोड़ रुपए है।
शनिवार को रक्षामंत्री पश्चिम बंगाल की अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत दार्जिलिंग के सुकना में 33 कोर के मुख्यालय का दौरा किया और पूर्वी सेक्टर में स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की। रक्षा मंत्री आगे के क्षेत्रों का दौरा करेंगे और सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे।