गुजरात में विजय रूपाणी सरकार पार्ट 2 में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल बेहद खफा हैं। मनमाफिक मंत्रालय नहीं मिलने से नितिन खासे नाराज हैं और उन्होंने अब तक कार्यभार भी नहीं संभाला है।
बता दें कि पिछली सरकार में नितिन के जिम्मे वित्त, शहरी विकास, उद्योग और राजस्व मंत्रालय जैसे अहम विभाग थे। इस बार वित्त मंत्रालय उन्हें नहीं दिया गया है, जिसकी उन्होंने खुलकर इच्छा जताई थी।
सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि नितिन पटेल को खुद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी मनाने की कोशिश की है। यहां तक कि कैबिनेट की बैठक में शामिल होने से भी नितिन पटेल आनाकानी कर रहे हैं।
दरअसल नितिन पटेल ने वित्त मंत्रालय न मिलना प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है। हालात तो यहां तक पहुंच गये हैं कि अगर पटेल को मनमाफिक मंत्रालय नहीं मिलता है तो वे इस्तीफा भी दे सकते हैं।
फिलहाल गुजरात में वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौरभ पटेल संभाल रहे हैं। वहीं नितिन पटेल की दलील है कि वे आनंदीबेन सरकार से वित्त मंत्रालय का कामकाज देख रहे हैं। लिहाजा उन्हें दरकिनार किया जाना उनकी प्रतिष्ठा के खिलाफ है।
चुनाव की गहमागहमी खत्म हो चुकी है। अब पावर को लेकर चल रही रस्साकशी से आम लोगों को अधिक मतलब नहीं है। मामले में देखना होगा कि नितिन की डिमांड को रूपाणी किस तौर पर लेते हैं। या तो नितिन को मनाया जाएगा, अगर नहीं माने तो उन्हें भावनात्मक तौर पर आहत होते हुए इस्तीफा भी देना पड़ सकता है।