टीम इंडिया के कप्तान ने इस पर आगे कहा, मैं पहले भी यह कह चुका हूं कि मैं 98 पर हूं या 99 पर, यदि मेरी टीम जीतती है तो मुझे ज्यादा खुशी होगी। इस दौरान शतक बन जाते हैं मैं मैच के आखिर तक मैदान पर बने रहना चाहता हूं। मैं मैच के परिणाम के बारे में सोचता हूं अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि के बारे में नहीं। 100 शतक बनाना कभी मेरा ध्येय नहीं रहा, अगले 8-10 साल या जितने भी दिन मैं क्रिकेट खेलूंगा मैं इस बारे में कभी कुछ नहीं सोचूंगा, क्योंकि मेरे मन में इस बात का सामान्य तौर पर ख्याल ही नहीं आता है। मैं सिर्फ ये सोचता हूं कि मैं अपनी टीम को कैसे जीत दिला सकता हूं।
इसके बाद विराट ने कहा, मैं चाहता हूं जब भी मैदान पर उतरूं अपनी क्षमता का 120 प्रतिशत दे सकूं। ये मेरे लिए ज्यादा जरूरी है मैं इसी माइंटसेट के साथ तैयारी करता हूं। अगल ऐसा करके मैं कोई व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाता हूं को यह खुशी की बात होगी लेकिन आप रन बनाइए और टीम को जिताइये इसके अलावा आप और कुछ नहीं सोच सकते। टीम की जीत ही मेरा अंतिम लक्ष्य होता है।