माल्या के इन आरोपों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जवाब देते हुए कहा कि माल्या इस केस को भटकाने के लिए इस तरह के बेबुनियाद बयान दे रहे हैं।
माल्या पर आरोप है कि उन्होंने भारत के विभिन्न बैंकों के 9000 हजार करोड़ रुपए का कर्ज चुकाए बिना 2016 में ब्रिटेन भाग गए। माल्या को भारत लाने के लिए लंदन की एक अदालत में मामला चल रहा है।
लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने माल्या के प्रत्यर्पण मुकदमे की सुनवाई पर चार दिसंबर से आठ दिन तक के लिए तय कर दी है। सुनवाई के दौरान माल्या कोर्ट में ब्लू कोर्ट में दिखाई दिए। वो बेहद शांत और आत्मविश्वास से भरे हुए नजर आ रहे थे। कोर्ट में उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मुझ पर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद और आधारहीन हैं।
वहीं सीबीआई और ईडी ने कोर्ट में माल्या के खिलाफ बैंकों से धोखाधड़ी से जुड़े दस्तावेज पेश किए। इसके जवाब में माल्या ने कहा कि मैंने बैंक से लिया लोन बिजनेस के लिए लिया था न किसी और काम के लिए।