नई दिल्ली। सालों लंबे इंतजार के बाद आखिरकार भारतीय वायु सेना ने तेजस फाइटर प्लेन को शामिल करने की मंजूरी दे दी है. वायु सेना अपने बेडे़ में 324 तेजस विमानों को शामिल करेगा. तेजस विमानों के शामिल होने से वायु सेना की ताकत में और बढ़ोतरी होगी. कई सालों तक वायुसेना यही कहती रही कि तेजस विमान उसके बेड़े में शामिल होने लायक नहीं है जबकि इसका निर्माण करीब तीन दशक पहले ही हो चुका था.
फिलहाल भारतीय वायु सेना हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)से 123 तेजस फाइटर विमान खरीदने पर राजी हो गया है जिसकी कीमत 75 हजार करोड़ रुपये है. हालांकि, वायु सेना ने कहा है कि तेजस मार्क II जेट पूरी तरह से नए फाइटर होने चाहिए और इसमें बेहतर रडार, हथियारों को ले जाने की ज्यादा क्षमता और पावरफुल इंजन होना चाहिए.
वायु सेना 18 तेजस स्क्वाड्रन बनाने पर राजी
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि तेजस मार्क II जेट अभी भी निर्माण की प्रक्रिया में है. लेकिन अगर डीआरडीओ, एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी और एचएएल इसे देने में सफल लहते हैं तो वायु सेना 18 तेजस स्क्वाड्रन बनाने पर राजी है.
खबरों के मुताबिक, वायु सेना ने एचएएल को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया है. इसके तहत पहले वायु सेना को 83 लड़ाकू विमान मिलेंगे जो 2019-20 में वायु सेना के बेडे़ में शामिल होंगे. तेजस एक सिंगल इंजन विमान है जो 350-400 किमी. तक उड़ान भर सकता है और इसकी हथियार ले जाने की क्षमता 3 टन है. जबकि स्वीडन के ग्रीपेन-ई जैसे सिंगल इंजन लड़ाकू विमान की क्षमता इससे दोगुनी है.