केरल में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं की हत्याओं के विरोध में बीजेपी ‘जन रक्षा यात्रा’ कर रही है. आज इसी यात्रा के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजधानी दिल्ली में हैं. जहां वो केरल सरकार के खिलाफ पदयात्रा करेंगे.
यात्रा से पहले दिल्ली के कनॉट प्लेस में अमित शाह ने हत्याओं पर केरल सरकार को ललकारा और धमकियों से न डरने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा, ‘केरल में कम्यूनिस्ट पार्टी की सरकार और संघ कार्यकर्ताओं का कत्ल किया जा रहा है. मैं बताना चाहता हूं कि जितना ज्यादा आप मारोगे, उतना ही बीजेपी का प्रसार होगा. हम धमकियों से डरने वाले नहीं हैं’.
हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं
अमित शाह ने ये भी कहा कि वो हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं देंगे. शाह ने कहा कि हम लोगों को जागरुक करेंगे और अपनी लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि केरल के सीएम को शर्म आनी चाहिए क्योंकि उनके चुनावी क्षेत्र में ही सबसे ज्यादा हत्याएं हुई हैं.
अमित शाह ने कम्यूनिस्टों के खिलाफ भी निशाना बनाया. उन्होंने कहा, ‘अगर वामपंथी हिंसा के खिलाफ हैं, तो उन्होंने केरल में हो रही हत्याओं के विरोध में प्रदर्शन करना चाहिए’.
शाह ने कांग्रेस को भी वाम दलों के साथ आड़े हाथों लिया. शाह ने कहा, ‘कांग्रेस कम्यूनिस्टों का समर्थन करती है. कम्यूनिस्टों का दुनिया से सफाया हो गया है और कांग्रेस देश से’.
25 हजार कार्यकर्ता होंगे शामिल
इस यात्रा को ‘केरल में नरसंहार’ के खिलाफ जन रक्षा यात्रा का नाम दिया गया है. जिसके तहत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता सीपीआई (एम) के केंद्रीय दफ्तर तक पदयात्रा करेंगे. पदयात्रा में अमित शाह के साथ दिल्ली के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौजूद रहेंगे. साथ ही प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू सहित अनेक राष्ट्रीय पदाधिकारी, सांसद, विधायक, निगम नेता एवं प्रदेश पदाधिकारियों समेत करीब 25 हजार कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे.
पदयात्रा से पहले पार्टी के तमाम कार्यकर्ता कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में जमा होंगे. यहां अमित शाह का भाषण होगा. जिसके बाद पदयात्रा की शुरुआत होगी.
3 अक्टूबर को शुरू की थी यात्रा
बता दें कि राजनीतिक हत्याओं का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने 3 अक्टूबर को केरल के मुख्यमंत्री के गृह जिले कन्नूर से जन रक्षा यात्रा की शुरुआत की थी. अमित शाह ने इस यात्रा का आगाज किया था. जिसके बाद इस यात्रा में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी हिस्सा लिया था. वहीं पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भी इस यात्रा में अलग-अलग मौकों पर हिस्सा ले रहे हैं. ये यात्रा 17 अक्टूबर तक चलनी है.
दरअसल, केरल में वाम दल की सरकार है. वहां से अक्सर बीजेपी और आरएसएस से जुड़े लोगों की हत्या की खबरें आती रही हैं. बीजेपी पहले भी इन मुद्दों को उठाती रही है और अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ होने वाली घटनाओं को राजनीतिक हत्याएं बताती रही है. जिसे लेकर बीजेपी अब सड़कों पर है. उत्तर-मध्य भारत पर जीत का परचम लहरा चुके अमित शाह के मिशन साउथ के तौर पर भी इस पूरी यात्रा को देखा जा रहा है.