पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। सोमवार रात को पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान दोनों तरफ से हिंसक झड़प हुई।
इसमें भारतीय सेना का एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए। भारतीय सेना ने अपने बयान में कहा है कि हिंसक झड़प में दोनों पक्षों को नुकसान हुआ है।
दोनों पक्षों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी स्थिति को सामान्य करने के लिए बैठक कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि दोपहर दो बजे इसे लेकर भारतीय सेना की ओर से प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की है।
भारत और चीन के बीच करीब एक महीने से सीमा विवाद जारी है और इसे बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश की जा रही है। दोनों पक्षों की ओर से लगातार बातचीत जारी थी और संयम भरे बयान भी सामने आ रहे थे। इसी बीच ये बड़ी घटना सामने आई है।
उधर, ग्लोबल टाइम्स के हवाले से चीन के विदेश मंत्री ने बयान दिया है कि चीन और भारत दोनों ही इस द्विपक्षीय मामले को बातचीत से सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि सीमा पर शांति बरकरार रह सके। साथ ही कहा है कि उसके सैनिकों ने सीमा का उल्लंघन नहीं किया है।
भारत और चीन के बीच सीमा पर आखिरी गोली 70 के दशक में चली थी। गलवां घाटी में करीब 50 साल बाद यह सिलसिला टूट गया है। गलवां घाटी मेंं भी चीन की सेना ने घुसपैठ की थी।
दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद, चीनी सेना कुछ पॉइंट्स से वापस हटने लगी थी। मगर इस घटना के बाद अब सीमा पर तनाव और बढ़ने की आशंका नजर आने लगी है।