नोएडा इलाके में शुक्रवार शाम एक चलती कार में कथित दुष्कर्म की शिकार 25 वर्षीय पीड़िता ने इस घटना को झूठा करार दिया है और उसने इस संबंध में पुलिस को एक लिखित पत्र देकर कहा है कि इस तरह की कोई घटना उसके साथ नहीं घटी है। नोएडा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सुनीति ने कहा कि महिला ने शनिवार दोपहर पुलिस को लिखित में दिया कि यह घटना घटी ही नहीं थी। अधिकारी ने कहा, “हम उन कारणों की जांच कर रहे हैं कि उसने दुष्कर्म के आरोप क्यों लगाए और इस संबंध में उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”
महिला ने शुक्रवार रात कहा था कि दो लोगों ने नोएडा गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन के पास शाम लगभग 6.30 बजे एक स्कॉर्पियो एसयूवी में अपहरण कर लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने कहा कि उसे बाद में पूर्वी दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के पास फेंक दिया गया था।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नोएडा पुलिस ने शनिवार तड़के एक प्राथमिकी दर्ज की और बाद में महिला को चिकित्सा जांच के लिए एक अस्पताल ले गई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा, “वहां अस्पताल में उसे एक परिचित मिला और उसके बाद चिकित्सा परीक्षण कराए बगैर ही दोनों वहां से चले गए, और उन्होंने कहा कि वे कोई मामला नहीं चाहते।” बाद में पुलिस ने उससे चिकित्सा परीक्षण कराने के लिए फिर से कहा। अधिकारी ने कहा, “इस बार उसने सिर्फ बाहरी परीक्षण करने की अनुमति दी और अंदरूनी परीक्षण से इंकार कर दिया।” सुनीति ने कहा कि बाद में महिला ने स्वीकार किया कि उसके साथ यह घटना नहीं घटी थी और उसने पुलिस को इस बारे में लिखित में दिया है।