अपने खेल को और बेहर बनाने का जूनून इस बात से ही साबित हो जाता है जब कोई खिलाडी घर में बनाये नियम कानून के खिलाफ जाकर खुद की शारीरिक क्षमता को बढाने के लिए शाकाहारी से मासाहारी बन जाये. या फिर यू कहे कि अपने खान पान में नॉनवेज भी शामिल कर ले. जी ऐसा ही कुछ किया भारतीय क्रिकेट टीम के एक खिलाडी केदार जाधव ने. यह ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते है जो शुद्ध शाकाहारी है. इस बात का खुलासा पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता सुरेंद्र भावे ने किया है.
भावे ने बताया कि आप इसका श्रेय मुझे दे सकते हैं. मैं ही था, जिसने जाधव को चिकन खाना सिखाया है. फिर भावे ने हंसते हुए कहां कि ‘मैं उसके स्टार बनने का श्रेय नहीं लेना चाहता हूं. मैं उसका कोच, बड़े भाई, मेंटर और गाइड की तरह हूं, जो कभी कभी मुझसे टिप्स लेता है. मैंने उसे कहा कि उसकी बैकलिफ्ट सही नहीं लग रही है और उसने तुरंत उसमें सुधार किया और इससे काफी फायदा मिला.
उसके बाद वो कहते है मझे याद है जब केदार ने कूच बिहार ट्रॉफी में केरल के खिलाफ 262 गेंदों पर 195 रन की पारी खेली थी. उस समय मुझे तुरंत ही लगा कि वह खास है. जितनी आसानी से वह केरल के गेंदबाजों पर शॉट लगा रहा था वह वास्तव में देखने लायक था. वह किसी भी स्थिति में खेल सकता है. वह गेंदबाजी कर सकता है, विकेट ले सकता है और उसकी विकेटकीपिंग किसी भी विशेषज्ञ से बेहतर है. हमने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए उसकी विकेटकीपिंग देखी थी.