देश में भले ही रैगिंग के खिलाफ कठोर नियम तय किए गए हो, इसके बावजूद केरल के कोट्टायम में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में रैगिंग के नाम पर छात्रों के साथ हुई क्रूरता का मामला सामने आया। केरल में कई छात्रों को रैगिंग के नाम करीब 6 घंटे तक प्रताड़ित किया गया। दरअसल, सीनियर छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने पीड़ित छात्रों से 6 घंटे तक पुशअप जैसे शारीरिक कसरत करवाए।
इतना ही नहीं उन्हें जबरन जहरीली शराब भी पिलाई। इस पूरे आरोप में दो दलित छात्र भी थे, जिनमें से एक पीड़ित की किडनी खराब हो गई। हालात ये हो गए कि इस बर्बरता की वजह से पीड़ित छात्र की जान जोखिम में पड़ गई। किडनी पर गंभीर चोटें के कारण पीड़ित छात्र को कई दिनों तक त्रिसुर के एक हॉस्पिटल में डायलिसिस पर रहना पड़ा। छात्र की अबतक तीन बार डायलिसिस हो चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक 2 दिसंबर की रात आरोपी छात्रों ने पीड़ितों को निर्वस्त्र कर उनकी रैगिंग की। रैगिंग के वक्त कुछ निर्वस्त्र छात्र जमीन पर गिर गए। क्रूर सीनियर का इससे मन नहीं भरा उन्होंने ठंड में पीड़ितों को जमीन पर लेटे रहने दिया और तैराकी अभ्यास करने को कहा गया। और तो और कई छात्रों को एक बॉक्स में बंद कर गाना गाने को कहा गया।
केरल में रैगिंग के मामले लगातर बढ़ते जा रहे हैं। इससे पहले भी एक इंजीनियर स्टूडेंड रैगिंग से इस कदर आहात हुआ कि उसे खुद को खत्म करना ही बेहतर समझा। कोच्चि की साइंस एंड टेक्नालॉजी यूनिवर्सिटी के छात्र ने यह कदम उठाया था, उसने बताया कि सीनियर करीब 4 घंटे तक उसका शोषण करते रहे।