भारतीय टीम के पूर्व कप्तान गावस्कर के सामने अब अपनी कंपनी में बने रहने और कमेंट्री में से किसी को चुनने का विकल्प है. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हितों के टकराव के मद्देनजर गावस्कर पर दबाव बनाया है.
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गावस्कर स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी- प्रोफेशन मैनेजमेंट ग्रुप (पीएमजी) के निदेशक हैं, जिसकी स्थापना 1985 में की गई थी. यह कंपनी भारत के विभिन्न स्पोर्ट्स इंवेट के अलावा भारतीय क्रिकेट से भी जुड़ी है. सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशासकों की समिति (सीओए) के पूर्व सदस्य और इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने अपने इस्तीफे में इस बात मामले को उठाया था.
खबरों के मुताबिक गावस्कर कमेंट्री करना चाहते हैं. उन्होंने कंपनी में अपना हिस्सा किसी परिवार वाले के नाम करने का प्रस्ताव दिया है. लेकिन सीओए को ये प्रस्ताव मंजूर नहीं. गावस्कर को कह दिया गया है कि अगर उन्हें कमेंटेटर के तौर पर बने रहना है, तो कंपनी में अपना हिस्सा किसी बाहर वाले के नाम करना होगा.