लखनऊ। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी ने मदरसों में प्रतिदिन अनिवार्य रूप से राष्ट्रगान कराने की अपील के साथ एक बार फिर मंगलवार को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। पत्र में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 (ए) का हवाला देते हुए कहा है कि राष्ट्रीय पर्वों पर मदरसों में तिरंगा फहराया जाए, जो कि हर भारतीय का मौलिक कर्तव्य है।
वसीम रिजवी ने मदरसों में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए उनका आधुनिकीकरण कर नई मदरसा शिक्षा नियमावली तैयार करने के साथ ही कई सुझाव भी दिए हैं। उन्होंने कहा है कि ज्यादातर मदरसे वक्फ संपत्ति पर बने हुए हैं। मदरसा शिक्षा नीति में सुधार करने के लिए नियमावली को संशोधित कर आइसीएससी, सीबीएससी और राज्य शिक्षा बोर्ड की तर्ज पर मदरसों का पाठ्यक्रम तैयार किया जाए।
ताकि मदरसों के छात्र भी बेहतर शिक्षा प्राप्त कर नौकरी पाएं और राष्ट्रहित से जुड़कर अपने दायित्वों का निर्वाहन कर सकें। योग्य शिक्षकों की भर्ती भी शासन द्वारा विभिन्न बोर्डों के मानकों के अनुसार सुनिश्चित की जाए। मदरसों में शिक्षा लेने वाले विदेशी छात्रों का अनिवार्य रूप से सत्यापन किया जाए।
मदरसों में नियमित सेमिनार और सम्मेलन आयोजित हों, जिसमें भारतीय क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और सर सैयद अहमद खान जैसे मुस्लिम बुद्धिजीवियों के योगदान को बताया जाए। इसके अलावा मदरसों में प्राप्त हो रही आय में पारदर्शिता लाई जाए, ताकि मदरसों को मिलने वाले काले धन पर रोक लगे और किसी राष्ट्र विरोधी गतिविधि में इस संस्था को माध्यम बनाकर धन का प्रयोग न हो सके। हर जिले में एक कमेटी ऐसी बने जो मदरसों के आधुनिकीकरण के संबंध में शासन के निर्देशों का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराए।