राजनाथ सिंह के आवास के बाहर प्रदर्शन करने पर आप मंत्री, विधायक हिरासत में
राजनाथ सिंह के आवास के बाहर प्रदर्शन करने पर आप मंत्री, विधायक हिरासत में

राजनाथ सिंह के आवास के बाहर प्रदर्शन करने पर आप मंत्री, विधायक हिरासत में

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के कथित मारपीट मामले में विधायक प्रकाश जरवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र गौतम और आम आदमी पार्टी (आप) के कई विधायकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हिरासत में लिए गए आप नेताओं और कार्यकर्ताओं को तुगलक रोड और संसद मार्ग थाने ले जाया गया जहां से बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.राजनाथ सिंह के आवास के बाहर प्रदर्शन करने पर आप मंत्री, विधायक हिरासत में

‘आप’ नेता आशुतोष ने कहा कि ”राजनाथ सिंह के आवास के सामने प्रदर्शन का प्रयास कर रहे हमारे विधायकों को पुलिस ले गई जबकि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास के सामने प्रदर्शन करने वाले बीजेपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. इससे पहले दिल्ली के मुख्य सचिव से हाथापाई के मामले में गिरफ्तार आप विधायकों को बड़ा झटका लगा. दिल्ली की तीसहजारी अदालत ने आप विधायकों अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया. 

बुधवार को इनकी जमानत याचिका पर सुनवाई एक दिन के लिए टल गई थी. गुरुवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इन्हें जमानत देने से इनकार करते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. प्रकाश जारवाल को मंगलवार रात जबकि अमानतुल्ला खान को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था. इन दोनों पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट का आरोप है. इससे पहले आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन पर बयान बदलने का दबाव बनाया है.

‘आप’ के कुछ विधायकों पर प्रकाश के साथ हाथापाई करने का आरोप है. आप के वरिष्ठ नेता आशुतोष और संजय सिंह ने दावा किया है कि यह दिल्ली में आप सरकार को अस्थिर करने की एक चाल है. आशुतोष ने उप राज्यपाल अनिल बैजल भी निशाना साधा और उन्हें ‘बीजेपी का एजेंट’ करार दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री इमरान हुसैन और दिल्ली डायलॉग आयोग के उपाध्यक्ष आशीष खेतान पर हमले की शिकायत करने और इसके सबूत मुहैया कराए जाने के बावजूद उन्होंने कार्रवाई नहीं की.

वीके जैन (रिटायर्ड आईएएस) दिल्ली के मुख्यमंत्री के सलाहकार हैं, जिन्हें बुधवार को दिल्ली पुलिस ने उनसे पूरे मामले में पूछताछ की थी. उनका काम मुख्यमंत्री की बैठक का समन्वय करना है. पुलिस ने बुधवार की सुबह उनके आवास से पूछताछ के लिए बुलाया था. मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने अपनी शिकायत में जैन के नाम का उल्लेख किया था.

जैन ने पुलिस के सामने यह माना था कि उनके सामने किसी तरह की मारपीट की घटना हुई थी. हालांकि पुलिस की तरफ से सरकारी वकील ने गुरुवार को जैन की ओर से दिए गए बयान को कोर्ट के सामने पेश किया, और कहा कि कि हमारे पास वीके जैन का 164 का स्टेटमेंट है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को प्रकाश जरवाल और अमानतुल्ला खान ने घेरा हुआ था, उनके साथ मारपीट की और उसमें मुख्य सचिव का चश्मा भी गिर गया.

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