बीजेपी ने विधानसभा चुनाव 2017 में किसी भी मु्स्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया. विपक्षियों ने इसको मुद्दा बनाया. मगर विपक्षियों की कोई बात नहीं चली. और जनता ने बीजेपी को प्रचंड बहुमत दे दिया. लेकिन अब बीजेपी ने एक मुस्लिम चेहरे को यूपी में सामने कर दिया है. जी हां ये चेहरा योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में शामिल होगा. और ये चेहरा वो है जो पोस्टर बॉय बनकर राजनीति में आया. और बड़ी जल्दी ही इस मंत्री पद तक पहुंच गया. इनका नाम है मोहसिन रजा. इन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया जायेगा. जानिए उनके बारे में कुछ ख़ास बातें.
जाकिर नाइक को ताजा नोटिस, 30 मार्च को पेशी के आदेश यूपी में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, वक्फ बोर्ड समेत कई ऐसे निगम हैं जिनका अध्यक्ष मुस्लिम ही होता है. इसी को देखते हुए मोहसिन रजा को मंत्रीमंडल में जगह दी गई है.
यूपी में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, वक्फ बोर्ड समेत कई ऐसे निगम हैं जिनका अध्यक्ष मुस्लिम ही होता है. इसी को देखते हुए मोहसिन रजा को मंत्रीमंडल में जगह दी गई है.
मोहसिन रज़ा लखनऊ में 15 जनवरी 1968 में पैदा हुए हैं. क्रिकेटर रहे हैं. कई रणजी मैच खेल चुके हैं. उन्होंने गवर्नमेंट जुबली इंटर कॉलेज से पढ़ाई की है. इसके बाद की पढ़ाई उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से की है. मोहसिन रजा यूपी में अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. नियम के मुताबिक 6 महीने के अंदर रजा को विधानसभा के किसी एक सदन का सदस्य बनना जरूरी है.
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मोहसिन रजा वैसे तो कोई बड़ा नाम नहीं है. लेकिन इतनी तेज़ी से बड़ा नाम बन गए कि किसी को भी हैरानी हो सकती है. मोहसिन रजा ने अक्टूबर साल 2013 में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की. लखनऊ के इस पूर्व रणजी क्रिकेटर को नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पर उस वक्त बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सदस्यता दिलाई थी.
उसी साल मोहसिन तब चर्चा में आये थे जब उन्होंने बीजेपी के समर्थन में पोस्टर लगाए थे. उससे पहले तक वो रणजी क्रिकेट का गुमनामी चेहरा रहे हैं. पोस्टर लगाने की बात पर उन्होंने कहा था, ‘ये मेरे लिए आसान नहीं था. क्योंकि मुझे जान से मारने की धमकी मिली, हर तरह के गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ा जिनमें उत्पीड़न से लेकर जमीन कब्जाने तक के आरोप शामिल हैं. मुझे अपने बारे में ऐसी बातों का पता दूसरों से चलता है.’
मोहसिन के भाई हैं अर्शी रजा. उनका ज़िक्र इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि वो स्थानीय कांग्रेसी नेता हैं. मगर दोनों भाइयों में बिल्कुल भी द्वेष नहीं. मोहसिन कहते हैं कि वे दोनों एक दूसरे के लिए ‘मरने को भी तैयार’ रहते हैं और घर पर किसी तरह की राजनीति की बात नहीं करते हैं. लखनऊ के चौक स्टेडियम में मोहसिन रजा और उनके भाई अर्शी रज़ा एक क्रिकेट अकादमी भी चलाते हैं, ये अलग बात है कि उनकी क्रिकेट अकादमी से आज तक कोई ऐसा क्रिकेटर नहीं निकला है जिसका ज़िक्र इस रिपोर्ट में किया जाए.
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