शहीदों के गांवों में गौरव पथ बनेंगे और उन पर परिवहन सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। इसकी घोषण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को की। लखनऊ के पांच कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास से संकल्प सेवा की 50 बसों को हरी झंडी दिखाने से पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन निगम को अपने आय के स्रोत बढ़ाने होंगे इसके लिए बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल, नगर निगम व एलडीए के सहयोग से अत्याधुनिक बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की रक्षा के लिए शहीद होने वाले गांवों में गौरव पथ बनाया जाएगा। शहीदों के गांव में गौरव पथ के साथ साथ शहीद के नाम पर द्वार और मूर्ति भी लगाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य है। लोगों को बेहतर और सुरक्षित परिवहन सेवा मिले, इसके लिए सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार रक्षाबंधन के मौके पर महिलाओं को फ्री में यात्रा कराई गई। जिसका 11 लाख से अधिक महिलाओं ने लाभ उठाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी परिवहन सेवा के लिए अच्छी सड़कें होनी चाहिए। अच्छी सड़कें होंगी तो परिवहन निगम की सेवाओं को गांवों में पहुंचने में कठिनाई नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन निगम को आय के अन्य स्रोत भी ढूंढने होंगे। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में परिवहन निगम के बस स्टेशन प्राइम लोकेशन पर हैं। इन्हें नगर निगम, विकास प्राधिकरण व पीपीपी मॉडल के तहत अत्याधुनिक बनाया जाएगा और एक ही स्थान पर कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि अगर हम सिर्फ सब्सिडी पर ही सारी सुविधाएं देते जाएंगे तो आने वाले दिनों में विभाग को चलाने में दिक्कत होगी। इसके लिए परिवहन निगम को अतिरिक्त आय के स्रोत ढूंढने होंगे। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों को भी निजी क्षेत्र की सेवाओं से जोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि अगले दो साल में प्रदेश के सभी राजस्व गांवों को परिवहन सेवा से जोड़ दिया जाए।
उन्होंने बताया कि अब तक 4766 गांवों को परिवहन सेवा से जोड़ा जा चुका है। नई बसों के चलने से डेढ़ हजार और गांवों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया संकल्प सेवा के तहत खरीदी गई बसें हाईबैक मानकों के अनुसार डिजाइन की गई हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने नई बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर ग्राम विकास विभाग के मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी, प्रमुख सचिव परिवहन अराधना शुक्ला समेत सरकार व विभाग के कई अन्य लोग मौजूद थे।