वाराणसी. वाराणसी नगर निगम चुनाव के रिजल्ट आने शुरू हो गए हैं। शुरुआती रुझान के मुताबिक, बीजेपी मेयर कैंडिडेट मृदुला जायसवाल ने जीत दर्ज की है। बातचीत में उन्होंने पीएम मोदी से अलग सोच जाहिर की। उन्होंने कहा, ”मुझे काशी को क्योटो नहीं बनाना है, इसकी प्राचीनता बरकरार रखते हुए इसे संवारना है।”
काशी को मैं काशी ही रहने दूंगी…
– मृदुला से सवाल पूछा गया कि पांच साल अब बनारस आपके हाथ में रहेगा, इसे कैसे संवारेंगी। मृदुला ने कहा, ”बनारस की प्राचीनता को बनाए हुए ही इसे संवारना है। मुझे क्योटो नहीं बनाना है, पहले जनता की जो मूल सुविधा है कि वो साफ पानी पी सके, साफ सड़कों पर चल सके, साफ हवा को वो ब्रीथ कर सके, पहले ये बनाना है। उसके बाद क्योटो की योजना आगे बढ़ेगी।”
– ”काशी जो है, वो उसमे ही बहुत कुछ है, उसको हमे जापान का क्योटो नहीं बनाना है। काशी को मैं काशी ही रहने दूंगी। मैं उसकी प्राचीनता को नहीं धूमिल करूंगी।”
तीन बार एमपी रह चुके हैं मृदुला के ससुर
– मृदुला ने बताया, ”ससुर स्व. शंकर प्रसाद जायसवाल तीन बार एमपी, दो बार एमएलए और एक बार एमएलसी रहे हैं।”
– ”पति राधाकृष्ण जयसवाल लुब्रीकेंट एंड इंडस्ट्रियल ऑयल के बिजनेस से जुड़े हैं। एक फर्म मेरे नाम से भी है।”
– ”2004 में जिस साल मेरी शादी हुई उसी साल मेरे ससुर लोकसभा चुनाव कांग्रेस से हार गए थे। उन्होंने कहा था- ”हार-जीत से कभी घबराना नहीं, बल्कि सीखने का प्रयास करना।”
– ”मैंने जहां से चुनाव में जनसपर्क शुरू किया और जहा खत्म किया, मुझे लोग शंकरजी की बहू के रूप में आशीर्वाद देते रहे। उन्होंने बड़ी-बड़ी मूर्तिया नहीं बनवाई, बल्कि जनता के लिए काम किया।”
– ”परिवारवाद की वजह से उन्हानें कभी भी परिवार के किसी सदस्य को राजनीती में नहीं उतारा।”
मोदी ने जापान दौरे पर साइन किया था एमओयू
– फरवरी 2014 में जब पीएम मोदी ने जापान का दौरा किया था उसी समय एमओयू साइन किया था।
– मेयर दाइसाका कादोकावा को बनारस की प्राचीन कला, संस्कृति, घाट, मंदिर, उद्योग, खानपान, रहन-सहन पर आधारित नंदिनी मजूमदार के द्वारा लिखी किताब Banaras Walk through India’s Sacred City भेंट किया था, ताकि क्योटो की तर्ज पर डेवलप किया जा सके।
– 12 दिसंबर 2015 को पीएम मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने काशी आकर गंगा आरती भी देखी थी।
– 7 अगस्त 2015 को वाराणसी और क्योटो के बीच विकास को लेकर हुए समझौते को आगे बढ़ाते हुए बीएचयू और क्योटो यूनिवर्सिटी के बीच एक एमओयू साइन हुआ।
– बीएचयू में आयोजित कंटेम्पररी एडवांसेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की इंटरनेशनल कांफ्रेंस में साइन हुए इस एमओयू के तहत दोनों यूनिवर्सिटी साइंस, टेक्नोलॉजी और दूसरे क्षेत्रों में विकास के लिए मिलकर काम करेंगी।
– 10 दिसंबर 2015 को भारत में जापानी दूतावास के तहत संचालित जापान फाउंडेशन नई दिल्ली और बीएचयू के बीच केंद्रीय ऑफिस के समिति कक्ष में कुलपति प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी की मौजूदगी में शैक्षणिक करार (MOU) पर हस्ताक्षर किया गया। जापान फाउंडेशन न्यू दिल्ली के महानिदेशक मि, कारू मीयामातो और बीएचयू के कुलसचिव डॉ. केपी उपाध्याय ने सहमति पत्र पर साइन किए।
करोड़पति हैं मृदुला, पति के पास एक बाइक
चल सम्पत्ति- 19 लाख 89 हजार।
अचल सम्पत्ति- 98 लाख 78 हजार।
जमीन-80 लाख।
ज्वैलरी- 19 लाख 80 हजार।
एलआईसी- 90 हजार।
कैश- 1 लाख 22 हजार।
पति के पास- एक होंडा बाइक।