जुलाई में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है. लिहाजा राष्ट्रपति चुनावों की सुगबुगाहट तेज होने लगी है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के खेमों की तरफ से नित नए नामों की चर्चाएं हो रही हैं. विपक्ष इस कड़ी में एकजुटता दिखाते हुए संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रहा है. इस कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर विपक्ष के कई बड़े नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुके हैं.
हालांकि सूत्रों के मुताबिक इस बात की भी चर्चा चल रही है कि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार पर शायद सहमति नहीं बन सके इसलिए एक ऐसे प्रत्याशी की तलाश हो रही है जिस पर मोटेतौर पर विपक्ष के सभी दलों के बीच सहमति बन सके. लिहाजा इस क्रम में गोपालकृष्ण गांधी का नाम उभर कर आया है. गोपाल गांधी महात्मा गांधी के पौत्र हैं. वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और राजनयिक रहे हैं और सिविल सोसायटी की नामी शख्सियत हैं. सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव के लिए लगभग विपक्ष के सभी दलों के बीच पहले राउंड की शुरुआती चर्चा पूरी हो गई है. इसी कड़ी में गोपालकृष्ण गांधी का नाम उभरा है और किसी ने अभी उनके नाम पर ऐतराज नहीं जताया है.