ये कहानी दुनिया के सबसे खतरनाक पक्षी की (Cassowary Most Dangerous Bird) है. जो अपने खतरनाक खंजर जैसे पैर के अंगूठे के कारण बेहद खतरनाक माना जाता था. कैसोवरी (Cassowary) को इंसानों ने करीब 18 हजार साल पहले ही पालना सीख लिया था.
पालतू जानवरों से पहले कैसोवरी को किया काबू
न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, एक नई खोज में पता चला है कि इंसानों ने तोता (Parrot), कबूतर और मुर्गियों (Chickens) जैसे पालतू जानवरों से भी कहीं पहले कैसोवरी जैसे आक्रामक पक्षी को पिंजड़े में कैद कर लिया था.
प्रोफेसर की खोज
इस विषय में अमेरिका (US) की पेन यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रोफेसर क्रिस्टिना डगलस का कहना है कि जीवाश्मों से पता चलता है कि इंसानों ने कैसोवरी (Cassowary) का पालन-पोषण 18 हजार पहले शुरू कर दिया था.
इंसानों ने किया था बुरा हाल
ये देखने में काफी बड़ा और हिंसक है और इंसान की जान ले सकता है. ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी में पाए जाने वाले कैसवैरी से उसके अंडे लेना बिल्कुल आसान नहीं है. हालांकि हजारों साल पहले ही इंसानों ने इसका बुरा हाल कर दिया था. इन पर शोध करने वाले प्रोफेसर के मुताबिक कैसोवरी का मांस या पंखों का इस्तेमाल करने के लिए उन्हें पाला जाता रहा होगा.
इसलिए है सबसे ताकतवर
इसके पैर के मोटे और नुकीले अंगूठे इसे एक ताकतवर पक्षी बनाते हैं. यह पक्षी हर साल अपना घोंसला बदलना पसंद करता है.
अंडों को नेशनल फूड का दर्जा
2019 में फ्लोरिडा में विदेशी पालतू जानवरों के एक मालिक को कैसोवरी ने बगीचे में उसके सामने गिरने के बाद मार दिया था. वहीं दुनिया के इस सबसे खतरनाक पक्षी की कहानी को आगे बढ़ाएं तो रिसर्चर्स के मुताबिक उन्होंने कैसवैरी पक्षियों को तब पकड़ा जब वो कमजोर थे. लोगों ने उसके मेल कैसोवरी का शिकार किया और फिर वहां रखे अंडे अपने साथ ले गए. कैसोवैरी पक्षियों को आज भी पपाया न्यूगिनी में उनके पंखों के लिए पाला जाता है. उनके अंडों को नेशनल फूड का दर्जा मिला है.