देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश (यूपी) में विधानसभा चुनाव वर्ष 2017 की पहली तिमाही में होने हैं, किन्तु सभी बड़े दलों ने इसकी तैयारियों का बिगुल अभी से फूंक दिया है l सत्ताधारी समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने 150 से अधिक प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी कर दी है l प्रमुख विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती अपनी पार्टी से बगावत कर गए बड़े नेताओं स्वामी प्रसाद मौर्या और आर.के. चौधरी से हुए नुकसान की भरपाई के प्रयासों में जुटी हुई हैं l
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक बार फिर से प्रदेश में हिंदुत्व को चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है, तो वहीं हाशिए पर गयी कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को मैदान में उतार कर अपनी खोई विरासत को बचाने के लिए एक बड़ा दाव खेला है l इन सभी बड़े दलों की जोरआजमाइश को देख कर राजनीतिक पंडितों ने आगामी यूपी चुनावों को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों का सेमीफाइनल करार दे दिया है। ज्योतिषशास्त्र के दृष्टिकोण से देखे तो यूपी के विधानसभा चुनाव राजनीतिक कारणों से रोमांचक किन्तु सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित भी हो सकते हैं।
उत्तरप्रदेश की स्थापना कुंडली 1 अप्रैल 1937 को धनु लग्न और वृश्चिक राशि की है। इस कुंडली में वर्तमान में शनि की साढ़े- सती का तीव्र प्रभाव तथा राहु में गुरु की संवेदनशील दशा चलने से साम्प्रदायिक हिंसा का योग बन रहा है। बाद में जनवरी 2017 में शनि धनु राशि में पहुंच कर उत्तरप्रदेश की कुंडली के दशम भाव में गोचर कर रहे गुरु को दृष्टि दे कर सत्ता परिवर्तन का योग बन देंगे।
दूसरी ओर 4 अक्टूबर 1992 को अस्तित्व में आई समाजवादी पार्टी की कुंडली देखें तो धनु लग्न और धनु राशि से प्रभावित इस पार्टी को भी शनि की साढ़ेसाती लगी हुई है। किन्तु योगकारक मंगल की महादशा में लाभेश शुक्र की प्रबल विंशोत्तरी दशा के बल पर इस पार्टी की चुनावों में दूसरे स्थान पर रहने के अच्छे योग बन रहे हैं।
दूसरी ओर भाजपा की कुंडली में बन रहा गुरु-चांडाल योग उनके कुछ बड़े नेताओं को विवादों में फंसा सकता है, जिसके कारण उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों में इस दल को कुछ निराशा प्राप्त होगी। कांग्रेस पार्टी की मीन लग्न की कुंडली में यूपी विधान सभा चुनावों के समय गुरु में शुक्र की विंशोत्तरी दशा चलेगी। इसके प्रभाव से इस पार्टी के प्रदर्शन में कुछ सुधार होगा।
बात करें मायावती और बसपा की तो 15 जनवरी 1956 को कर्क लग्न में जन्मी मायावती की कुंडली देखने से मालूम होता है कि आने वाले समय में दशा और गोचर उनके अनुकूल चलने वाला है। वर्तमान समय में वह अपनी पार्टी में हो रही बगावत से परेशान हैं, लेकिन जल्द ही उनको अपने विपक्षियों पर हमले करने का मौका मिलेगा। बुध की महादशा में चल रही मायावती को लाभेश शुक्र की अन्तर्दशा अक्टूबर 2016 से मिलेगी।
शुक्र उनकी कुंडली में पंचमेश मंगल और नवमेश गुरु से दृष्ट हो कर अष्टम भाव में हैं जो की एक चौकाने वाली चुनावी सफलता की ओर संकेत दे रहे हैं। त्रिशंकु विधानसभा बनने की स्थिति में मायावती यूपी में मुख्यमंत्री बनने की सबसे प्रबल दावेदार होंगी।