नई दिल्ली फेरारी ब्रांड के लाफेरारी स्पोर्टस कार की 499 कारें ही दुनियाभर में बिक्री के लिए बनाई गई थी। पिछले साल इटली में भुकंप आने के बाद कंपनी ने इसकी एक और कार बनाई गई और बेचने का निर्णय लिया गया।
यह लाफेरारी का 500वां माॅडल था। इससे मिलने वाली राशि का इस्तेमाल इटली के भुकंप पीड़ितों की सहायता में किया जाने वाला था। इसके लिए ही कंपनी ने फ्लोरिडा के डेटोना इंटरनेशनल स्पीडवे पर हुए माॅन्डियाली इंवेट में फेरारी ने इस नई कार का डिस्प्ले किया था। सूचना मिली है कि वहां इस कार की नीलामी हो गई है। इस नीलामी में कंपनी को 70 लाख डाॅलर (करीब 47.7 करोड़ रूपए) मिले हैं। इस तरह से यह कार दुनिया की सबसे महंगी कार बन गई है।
पाॅपुलर हाईब्रिड लाफेरारी कार की वास्तविक कीमत केवल 1.3 मिलियन डाॅलर (करीब 8.7 करोड़ रूपए) थी। नई कीमत पुरानी कीमत का करीब 5 गुना है। कंपनी के अनुसार इस पूरी राशि का इस्तेमाल इटली के भुकंप पीड़ितों के लिए किया जाना है। इंजन व अन्य स्पेक्स पहले जैसे रखे गए हैं।
500वीं ला फरारी नीलामी के जरिये बिकने वाली अब तक की ना केवल सबसे महंगी कार है, बल्कि नीलामी में बिकने के लिए आई 21वीं सदी की सबसे अधिक कीमत वाली कार भी है। डिजायन के मामले में यह पुरानी ला फरारी जैसी ही है। हालांकि इसके एक्सटीरियर और केबिन में मामूली सा बदलाव हुआ है। संभवत लाफेरारी माॅडल की यह आखिरी कार होगी।
इस हाईब्रिड सुपरकार के बोनट में 6.3 लीटर का V12 पेट्रोल इंजन दबा है। यह इंजन 949PS की पावर के साथ 900Nm का टाॅर्क जनरेट करता है। टाॅप स्पीड 350 किमी प्रति घंटा है। इस कार को 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने में केवल 3 सैकेंड लगते हैं। इसके दरवाजे विंग स्टाइल में ऊपर की ओर खुलते हैं। यह 2 सीटर कार है, जबकि इंजन पीछे की ओर लगा है।