आज भी दुनियाभर में लोग रीतिरिवाज़ों को मानते और निभाते आ रहे है। हाल ही में मेक्सिको सिटी में शनिवार शाम ‘डिया डे मुएर्टोस’ नाम के एक सालाना समारोह की शुरुआत हुई। स्थानीय भाषा से तर्जुमा करें तो इसका मतलब होता है ‘मृतकों का दिन’। इस मौके पर मैक्सिको सिटी में एक परेड भी आयोजित की गई। मेक्सिको की राजधानी में तीसरी बार इस समारोह का आयोजन हो रहा है। साल 2016 में इस समारोह की शुरुआत हुई थी।
आयोजकों को उम्मीद है कि ये परेड एक दिन मेक्सिको आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र होगी। इस बार प्रवासन के मुद्दे को परेड की थीम बनाया गया है। इस परेड में शिरकत करने वाले कुछ लोग अपने हाथों में मेक्सिको बॉर्डर की दीवार के कुछ टुकड़े लिए हुए थे। इन टुकड़ों पर स्पैनिश भाषा में लिखा था कि “दीवार के इस तरफ रहने वालों के भी कुछ सपने हैं।”
ये समारोह पिछले साल 2 नवंबर को आयोजित किया गया था। इस दिन के बारे में ये मान्यता है कि मेक्सिको के लोग अपने मृत परिजनों को इस दिन सम्मानित करते हैं और उम्मीद करते हैं कि उनकी आत्मा एक दिन पृथ्वी पर जरूर लौटेगी। मेक्सिको सिटी प्रशासन ने इस परेड को उन लोगों को समर्पित किया है जिन्होंने प्रवासन के दौरान अपनी जान गंवा दी।
इस समारोह को मेक्सिको के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। कुछ परिवार मोमबत्तियां जलाकर अपने परिजनों को याद करते हैं। कुछ लोग कब्रगाहों में जाकर छोटा आयोजन करते हैं और कुछ अपने घरों में ही मृतकों के नाम पर पूजा स्थल स्थापित करते हैं। लेकिन कंकाल का मुखौटा, भड़कीले रंगीन कपड़े और पेंट से कलाकारी भी अब इस समारोह का हिस्सा बन गए हैं। आयोजकों का कहना है कि ये समारोह अपने आप में हैलोवीन महोत्सव की जगह ले सकता है।
बहरहाल, शनिवार को हल्की बारिश के बावजूद मेक्सिको सिटी के हजारों लोगों ने इस परेड में हिस्सा लिया और इस परेड को टीवी पर भी प्रसारित किया गया। स्थानीय मीडिया के अनुसार इस रंग बिरंगे और संगीतमय महोत्सव में करीब 1,200 लोग पहुंचे थे। बताया गया है कि पश्चिमी मैक्सिको के गुआडलाराजा शहर में भी ऐसी ही एक परेड आयोजित की गई।