राजस्थान में चिंकारा के प्रति जनता का लगाव तो आपने देखा होगा लेकिन एक और जगह है जहां औरतें जानवरों के लिए मां बन जाती है. ये कहा जा सकता है कि यहां के लोग जानवरों को भी बच्चों की तरह ही पालते हैं. चाहे कोई भी जानवर हो उसे बच्चों की तरह ही रखते हैं, यहां तक कि वहां की महिआल्ये उन्हें अपना दूध भी पिलाती हैं. छोटी छोटी गिलहरियां औऱतों के आंचल में छिपकर दूध पीती हैं. ये गिलहरियां इंसानी बच्चो से ज्यादा चंचल और मासूम हैं और बच्चों की तरह ही स्तनपान करती हैं.
एक अजब जनजाति पूर्वी ब्राजील के पास अमेजन के जंगलों में रहती है. इस जनजाति के लोग जानवरों से अपने बच्चों की तरह प्यार करते हैं. कई औरतें जानवरों को अपना दूध तक पिलाती हैं. जानवर भी इसके बदले जनजाति की मदद करते हैं और उन्हें ऊंचे पेड़ों से फल तोड़ कर देते हैं. आपको बता दें, इस जनजाति को ‘आवा ट्राइब्स’ के नाम से जाना जाता है. इतना ही नहीं, इनके क्षेत्र में बाहरी इंसानों के दखल से अब सिर्फ 500 ही आदिवासी बचे हैं. ये लोग पूरी तरह जंगल पर निर्भर होकर ज़िंदगी जीते हैं. कई जगहों पर इनकी ज़मीन पर भी कब्ज़ा कर लिया गया है.
यहां की महिलाएं किसी बच्चे की तरह जानवर के बड़े होने तक दूध पिलाना पसंद करती हैं. इस जनजाति की ख़ासियत है कि यह पूरी तरह से दुनिया से कटा हुआ है. ये लोग पूरी तरह जंगल पर निर्भर होकर जिंदगी जीते हैं. आवा जनजाति पर पूरी तरह ख़त्म होने का संकट मंडरा रहा है. ये फोटोज ‘डोनेनिको पुगलीज’ नाम के एक शख्स ने ली थी.