लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे सीनियर बीजेपी लीडर यशवंत सिन्हा ने कहा है कि वह सरकार में किसी भी व्यक्ति से बात नहीं करेंगे और खुलेआम अपनी बात रखेंगे।बुधवार को जबलपुर में उन्होंने कहा कि वह बीते एक साल से पीएम मोदी से मिलने का वक्त मांग रहे थे, लेकिन समय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि अब मैंने तय किया है कि सरकार में किसी भी व्यक्ति से मुलाकात नहीं करूंगा और सार्वजनिक तौर पर ही अपनी बात रखूंगा।
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी का जिक्र करते हुए सिन्हा ने कहा, ‘आज की बीजेपी वैसी नहीं रह गई है, जैसी अटलजी और आडवाणीजी के दौर में थी।’ उन्होंने कहा कि उस दौर में पार्टी का छोटे से छोटा कार्यकर्ता भी दिल्ली जाकर बिना किसी अपॉइंटमेंट के पार्टी प्रेजिडेंट लालकृष्ण आडवाणी से मिल सकता था। हाल ही में आडवाणी भी कई बार मोदी सरकार पर सीधे तौर पर निशाना साध चुके हैं।
पत्रकारों से बातचीत में सिन्हा ने कहा, ‘अब वरिष्ठ और महत्वपूर्ण नेताओं को भी पार्टी प्रेजिडेंट से मिलने का वक्त नहीं मिल रहा है। इसलिए मुझे इस बात पर आश्चर्य नहीं है कि 13 महीने में भी मुझे अपॉइंटमेंट नहीं मिल सका।’ सिन्हा ने बताया, मैंने 13 माह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तमाम मुद्दों पर चर्चा के लिए मिलने का समय मांगा था। वह समय हमें आज तक नहीं मिला है।’ अब मैंने तय किया है कि सरकार में बैठे किसी भी व्यक्ति से मुलाकात नहीं करूंगा और खुले तौर पर पब्लिक में ही अपनी बात रखूंगा।
शिवराज सरकार की योजनाओं को बताया झुनझुना
सिन्हा ने कहा कि देश में किसानों की कोई पूछ नहीं हो रही है। मध्य प्रदेश में भी किसानों के हालात ठीक नहीं हैं। किसानों को उनकी उपज के वाजिब दाम दिलाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में शुरू भावांतर योजना एवं प्रधानमंत्री मोदी की फसल बीमा योजना को सिन्हा ने झुनझुना करार दिया।