यमन पर हमला कर रहे सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के विमानों से कई नागरिकों और बच्चों की मौत हुई है। इसे लेकर दुनियाभर में विरोधी स्वर उठने लगे हैं। वाशिंगटन पोस्ट की खबर के अनुसार, इसे देखते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका ने यमन पर हमला करने वाले विमानों को ईंधन देने से रोक लगा दी है।
हालांकि, पेंटागन ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। पेंटागन की प्रवक्ता कमांडर रेबेका रेबरीच ने कहा कि हम सऊदी के साथ चर्चा जारी रखना चाहते हैं। इस समय हमारे पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है। अगस्त में रक्षा सचिव जिम मैटिस ने चेतावनी दी थी कि गठबंधन के लिए अमेरिकी समर्थन बिना शर्त के नहीं है।
यह ध्यान रहे कि किसी भी निर्दोष की जीवन बचाने के लिए हमें हरसंभव कोशिश करना चाहिए। वर्तमान में पेंटागन लगभग 20 प्रतिशत गठबंधन विमानों को ईंधन प्रदान करता है। पिछले महीने मैटिस ने यमन में युद्धविराम को लेकर एक आश्चर्यजनक मांग की थी।
उन्होंने अगले 30 दिनों के भीतर लड़ाई में शामिल गुटों को बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया था। संयुक्त राष्ट्र ने अब इसकी समय सीमा बढ़ाकर एक साल कर दी है। साल 2015 में सऊदी अरब और उसके सहयोगियों ने यमन के राष्ट्रपति अबेद्रबो मंसौर हादी और हुथिस के बीच जारी संघर्ष में हस्तक्षेप के बाद से अब तक लगभग 10,000 लोग मारे गए हैं और देश अब अकाल के कगार पर खड़ा है।