अमेरिका दुनिया में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित वाले देशों में से एक है। कोरोना के प्रकोप के चलते अमेरिका में भी प्लाज्मा से इलाज के लिए आपातकालीन मंजूरी की घोषणा कर दी गई है। यह एलान खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बयान जारी कर कहा कि आज मैं चीनी वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक एतिहासिक घोषणा कर रहा हूं, जो बहुत सी जिंदगियों को बचाएगा। एफडीए (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) ने कोरोना के लिए एक आपातकालीन उपचार को मंजूरी दी है जिसे प्लाज्मा कहते हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, प्लाज्मा में शक्तिशाली एंटीबॉडी होते हैं, जिससे वो कोरोना वायरस से लड़ने में मदद कर सकते हैं। भारत में पहले से इसे मंजूरी दे दी गई थी, जिसके सफल परिणाम भी मिले हैं।
अमेरिका के एफडीए विभाग ने बयान में कहा गया है कि कोविड 19 के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी काफी प्रभावी हो सकती है। इसके उपयोग से संभावित जोखिमों को कम किया जा सकता है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
न्यूयॉर्क के एक फेफड़ा विशेषज्ञ होरोविट्ज ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी कोरोना वायरस से लड़ने में काम करती है कि नहीं, अभी साबित नहीं हुआ है। अभी इसके और कई परीक्षण करने की जरूरत है। लेकिन इस तरह से इसे कोरोना के इलाज के रूप में नहीं लाया जा सकता है।
गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना वायरस से लगभग 1.76,000 मौतें हो चुकी हैं। इसे लेकर नवंबर में होने जा रहे अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने आरोप लगाया है कि डोनाल्ड ट्रंप देश में कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने में नाकाम रहे हैं।
अमेरिका में अब तक 5,874,123 केस सामने आए हैं, जिनमें अभी तक 3,167,028 लोग ठीक हुए हैं। साथ ही 430 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और फिलहाल 2,526,491 एक्टिव केस हैं।
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