केरल में मुस्लिम एजुकेशनल सोसाइटी (एमईएस) ने अपने सभी शिक्षण संस्थानों में बुर्के, नकाब समेत चेहरे को ढंकने वाले सभी पहनावों पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब इसे लेकर एमईएस के चीफ को जान से मारने की धमकी मिली है। बता दें कि एमईएस के चीफ पी ए फजल गफूर ने एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया कि एक अज्ञात कॉलर ने उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है। बताया गया कि गफूर से उस सर्कुलर को वापिस लेने के लिए कहा गया, जिसमें छात्रों को फेस-कवरिंग पोशाक पहन कर कक्षाओं में प्रवेश नहीं दिए जाने की बात कही गई थी।
पुलिस ने बताया, गफूर को धमकी भरा कॉल एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से आया था। शिकायत के अनुसार, फोन करने वाले ने गफूर से धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया। हालांकि अभी मामला दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन कॉल करने वाले का पता लगाने के लिए जांच जारी है।बता दें कि 17 अप्रैल को गफूर ने एक सर्कुलर जारी कर अपने सभी शिक्षण संस्थानों में बुर्के, नकाब समेत चेहरे को ढंकने वाले सभी पहनावों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर अगर कोई चीज सार्वजनिक रूप से अस्वीकार्य है तो उसे अनुमति नहीं मिलेगी। एमईएस का मुख्यालय कोझिकोड में है और पूरे राज्य में इसके 150 से अधिक शिक्षण संस्थान हैं।एमईएस अध्यक्ष फजल गफूर ने बताया कि वर्ष 2019-20 के आगामी शैक्षणिक सत्र से इस प्रतिबंध को उनके शिक्षण संस्थान के सभी परिसरों में लागू कर दिया जाएगा।
चिकित्सा के पेशे से जुड़े गफूर ने अप्रैल में जारी किए गए सर्कुलर का उल्लेख करते हुए बताया कि चेहरा ढंकने पर प्रतिबंध छात्र-छात्राओं और शिक्षकों पर सभी संस्थानों पूरी सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में इस सर्कुलर को लेकर कोई विवाद खड़ा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि ड्रेस कोड में शिष्ट कपड़े पहनने और चेहरे को नहीं ढंकने की बात कही गई है।
वहीं एमईएस के सर्कुलर की आलोचना करते हुए मुस्लिम स्कोलर्स ने इसे गैर-इस्लामी बताया है और इसे वापस लिए जाने की बात कही है।