रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने आज कहा कि अगर कंज्यूमर को फायदा हो रहा हो और देश की तरक्की हो रही हो, तो थोड़ा-बहुत घाटा उठाने से गुरेज नहीं करना चाहिए.
अंबानी हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मिट में इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि रिलायंस जियो के कारण दूसरी टेलीकॉम कम्पनियों को बहुत घाटा उठाना पड़ा है. इस सत्र में उनसे बात कर रहे हिंदुस्तान टाइम्स के प्रमुख संपादक आर सुकुमार ने एक दूसरी टेलीकॉम कम्पनी का हवाला देते हुए ये सवाल पूछा था. मुकेश अंबानी ने सवाल को सुधारने की सलाह देते हुए कहा कि सुनील मित्तल उनके प्रतिस्पर्धी नहीं हैं.
भारती एयरटेल के प्रमुख मित्तल को अपना अच्छा मित्र बताते हुए कहा अंबानी ने कहा कि रिलायंस के प्रवेश से डेटा का इस्तेमाल काफी बढ़ा है, जिसका फायदा लोगों को हुआ है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिशों से आखिरकार उपभोक्ताओं को फायदा होना चाहिए और इसी से देश आगे बढ़ेगा. इस प्रक्रिया में अगर हमें घाटा भी होता है तो हममें से कुछ बड़े भाई हैं, हमें यह घाटा उठाना चाहिए.
अंबानी ने कहा, मैं चीजों को इस तरह नहीं लेता और मेरे प्रतिस्पर्द्धी ने जो कहा और आप जिस तरह से उस वक्तव्य का विश्लेषण कर रहे हैं, दोनों में फर्क है. मेरा मानना है कि इंडस्ट्री के भीतर लाभ और हानि ऐसे जोखिम हैं, जो हम लेते ही रहते हैं. हम अपने लाभ और हानि के लिए रेगुलेटर या सरकार पर निर्भर नहीं रह सकते.
अंबानी ने कहा कि मेरे लिए सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या हम देश को वास्तव में आगे ले जा रहे हैं और क्या उपभोक्ताओं को इसका लाभ हो रहा है. अगर बात लाभ और हानि की है और अगर उपभोक्ताओं को लाभ हो रहा है तो इसका मतलब है कि देश आगे बढ़ रहा है. ऐसे मामले में घाटा उठाना भी मुनासिब है.
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