बच्चा पैदा करना कितना तकलीफदेय है? पीरियड में महिलाओं को छुट्टी मिलनी चाहिए की नहीं? जैसे ही मर्दों को महिलाओं के संबंधित किसी राहत की खबर मिलती है वे नाक-मुंह सिकोड़ना शुरु कर देते हैं. खुद से शारीरिक क्षमता की तुलना करने लगते हैं. लेकिन क्या आपको पता भी है. एक बच्चा पैदा करते समय एक महिला को 20 हड्डी टूटने जितना दर्द होता है. लेकिन पता कैसा चलेगा. इसका अहसास तो उसी को होगा जो इस दर्द से होकर गुजरता है.
अब ऐसा ही एक मामला अमेरिका में हुआ. एक छात्र जॉनी वेड की पत्नी उन्हें हमेशा ये ताना मारा करती थी कि बच्चा पैदा करने का दर्द तुम क्या समझोगे. बस फिर क्या था जॉनी ने तय किया कुछ भी हो जाए वे इस दर्द को समझ कर रहेंगे. इसलिए उन्होंने नकली प्रसव पीड़ा लेने का फैसला किया. पर अफसोस कि वो उस दर्द को 20 सेकंड भी झेल नहीं पाए.
तस्वीर में देखिए उनका एक साथी जॉनी को पीछे से पकड़ कर बैठा था. और उसे गहरी सांस लेने के लिए कह रहा था. देखकर ऐसा लग रहा था जैसे एक पुरुष सच में बच्चा पैदा करने जा रहा हो. लेकिन जैसे उसे लेबर पैन दी गई. उसकी हालत खराब हो गई. वो दर्द रोकने के लिए गिड़गिड़ाने लगा.
अब आप खुद सोचिए ये महाशय 10 सेकेंड तक दर्द नहीं झेल पाए. महिलाएं तो 2..3 दिन तक इस दर्द को झेलती हैं. महिलाओं की सहनशीलता का सम्मान करें. उन्होंने हमेशा दर्द झेला है. उनका साथ थे. छींटाकशी न करें. क्योंकी आप उनके दर्द का एक चौथाई हिस्सा भी नहीं झेल सकते.