महंगाई एक बार फिर अपने चरम पर पहुंच गई है। हरी सब्जियों ही नहीं आलू-प्याज की महंगाई भी आम ही नहीं खास लोगों के थाली से भी दूर हो गई है। प्याज ने जहां शतक लगा लिया है तो आलू भी अपने तेवर कड़े कर अर्धशतक लगा लिया है। यही हाल अन्य हरी सब्जियों के है। खुदरा भाव में इनदिनों कम ही सब्जी है जो 25 रुपया पाव (ढाई सौ ग्राम) से कम की हो।
केंद्र सरकार के प्याज के आयात में छूट देने के फैसले के बावजूद प्याज के भाव आसमान छू रहे है। प्याज जो सामान्य दिनों महज 20 रुपये किलो मिलता है, अब खुदरा बाजार में 100 रुपये किलो तक पहुंच गया है। बेहद निम्न क्वालिटी का प्याज भी लोगों की जेब पर भारी पड़ रहा है।
स्थिति यह है कि कई सब्जियों की दुकान पर प्याज की बिक्री की ही नहीं जा रही है। यह स्थिति तब है कोरोना संक्रमण की वजह से लोग होटल, रेस्टोरेंट और ढाबे से दूरी बनाए हुए है। इतना ही नहीं नवरात्र में भी प्याज की खपत कम होती है। बावजूद प्याज की आंसू रोने को लोग मजबूर है।
आपको जान कर हैरत होगा कि खुदरा बाजार में इनदिनों पांच रुपये का एक आलू मिल रहा है। इसी तरह प्याज की बात करें तो बड़े साइज वाला एक प्याज 10 रुपये में मिल रहा है। अगर आप ढाई सौ ग्राम प्याज खरीदते है तो बड़े साइज का प्याज तीन से ज्यादा नहीं आता है। इसी तरह बड़े साइज का आलू भी तीन से ज्यादा नहीं चढ़ता है।
रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाले आलू के दर भी घटने के नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ी आलू के नाम पर बिक्री किया जाने वाला आलू तो 60 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गया है। यहां तक कि सफल सब्जी केंद्र पर भी आलू 55 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है।
मौसमी सब्जियों का भाव भी इनदिनों बढ़ा हुआ है। खुदरा बाजार में फूल गोभी 100 रुपया प्रतिकिलो बिक रहा है तो हरी सब्जियों में शामिल घिया, तोरी, परवल भी 50 रुपये प्रतिकिलो मिल रहा है। आश्चर्य यह भी है कि जितने भाव इन हरी सब्जियों के है ठीक इसी भाव में यानी मूली भी 50 रुपया प्रतिकिलो बिक रहा है। वहीं भिंडी 60 रुपये प्रतिकिलो तो बैंगन 60 रुपया प्रतिकिलो मिल रहा है।
खुदरा सब्जी बिक्रेता बंशी: हर साल नवरात्र के दिनों में फलों की कीमत तो बढ़ती है, लेकिन पहली बार सब्जियों की कीमत में भी इजाफा हुआ है। इस दौरान गोभी, मटर का भाव जरूर बढ़ता है, लेकिन आजादपुर मंडी में हरी सब्जियां ही नहीं प्याज और आलू का भाव भी बढ़ा हुआ है।
दक्षिण भारत में बारिश की वजह से भाव में तेजी है। फिलहाल कम होने के आसर कम ही है। थोक भाव में आलू 32-40 रुपया प्रतिकिलो बिका तो प्याज 30-60 रुपया प्रतिकिलो। कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार आलू कोल्ड स्टोर में नहीं पहुंचा।
नवंबर दिसंबर तक उतर प्रदेश से आने वाले आलू की वजह से सस्ता आलू दिल्ली में मिलता है, लेकिन इस बार आलू कम आया। 5-10 नवंबर के बाद पंजाब होशियार पुर से आलू आना शुरू होगा, फिर पुना और जालंधर से तभी भाव गिरेगा। इसी तरह प्याज कैथल से आना शुरू होगा तभी कम भाव कम होने की संभावना है। मंडी में प्याज की सप्लाई नहीं होने के कारण कीमतें बढ़ रही हैं।
मदर डेयरी के सफल स्टोर पर प्याज 29 रुपया प्रति किलो बिक रहा है। यहा आधे घंटे में ही प्याज की लूट हो जा रही है। लंबी लंबी कतार में लग कर रविवार को लोगों ने प्याज खरीदा।